बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया

नमश्कार दोस्तों आप सभी का जीवनी जानो में स्वागत है आज इस पोस्ट में हम बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया इसको लेकर बात करने वाले है बल्ब के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे जिसके अविष्कार के बाद लोगो का जीवन मनो बदल सा गया है पहले लोग अपना कार्य सूर्य अस्त होने से पहले ही समाप्त कर देते थे। खेलने जाते समय भी घर वाले कहते थे की सूर्यास्त से पहले घर लोटआना।

लेकिन बल्ब के अविष्कार के बाद लोगो का जीवन सरल हो गया है काम समय पर पूरा नहीं हो तो काम को देर रात तक भी पूरा कर सकते है। खिलाडी रात में भी क्रिकेट ,वॉलीबाल ,फुटबाल सब कुछ खेल सकते है बच्चे देर रात तक पढाई कर सकते है ये सब बाते तो आप जानते ही है लेकिन क्या आप जानते है की बल्ब का अविष्कार किसने किया और बल्ब का अविष्कार कब हुआ अगर नहीं जानते है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।

इसमें हम बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया इसको लेकर तो बात करेंगे ही इसके साथ ही बल्ब के बारे में अन्य रोचक तथ्य जैसे बल्ब क्या है ,बल्ब कितने प्रकार का होते है ,LED बल्ब का अविष्कार किसने किया और बल्ब के अविष्कार का इतिहास इन सभी के बारे में विस्तार से जानने वाले है तो अंत तक जरूर बने रहे।

बल्ब क्या है और कैसे काम करता है

बल्ब क्या है ये तो आप जानते ही लेकिन फिर भी आपको बता दे की बल्ब काच का गोला है जो अंदर से खोकला होता है इसमें टंगस्टन का तंतु लगा होता है इसी तंतु से हमें बल्ब के फ्यूज होने के बारे में भी पता पड़ता है इसमें बिजली प्रवाहित की जाती है तो कुछ ही समय में यह तंतु गर्म हो जाता है इसके बाद बहार की तरफ प्रकाश उत्पन करता है

बड़े बल्ब बनाने के लिए इसमें कम दाब पर अलग अलग गैसे भर सकते है जैसे क्रिप्टोन, नाइट्रोजन ,हाइड्रोजन, ऑर्गन और जीनोन। क्रिप्टोन गैस सबसे ज्यादा भरी जाती है क्योकि यह सबसे उत्तम गैस होती है। बल्ब द्वारा प्रकाश उत्पन करना तापदीप्त कहलाता है। तापदीप्त बल्ब बनाने में बहूत कम खर्चा आता है और हमें सस्ते मिल भी जाते है। ये बल्ब 1.5 से लेकर 300 वॉल्ट तक की बिजली पर प्रकाश उत्पन कर सकते है। ये बल्ब सस्ते होते है लेकिन इनमे बिजली का यूनिट ज्यादा जलता है।

इसलिए लोग आज LED बल्ब और CFL बल्ब का उपयोग ज्यादा करते है ये थोड़े महंगे आते है लेकिन बिजली कम कहते है और प्रकाश भी ज्यादा देता है। ये बल्ब अलग अलग वाट के आसानी से मिल जाते है। ये तो बल्ब के बारे में सामान्य बाते थी अब आगे बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया ये भी जान लेते है।

बल्ब का अविष्कार किसने किया (bulb ka avishkar kisne kiya tha)

अब हम बात करते है बल्ब को किसने बनाया और इसका अविष्कार किसने किया। बल्ब बनाने का प्रयास तो बहुत से वैज्ञानिको ने किया था लेकिन बल्ब के अविष्कार में सफलता केवल थॉमस एल्वा एडिशन (Thomas Alva Edison) को मिली। एडिशन बहुत ही प्रसीद वैज्ञानिक हुए है। इन्होने 14 oct 1878 को बल्ब का अविष्कार किया।

एडिशन को बल्ब का अविष्कार करने में लगभग डेढ साल गया था। इन्होने कार्बन फिलामेंट लाइट बल्ब का अविष्कार किया। बल्ब का अविष्कार करने के बाद जब इसको पहली बार जलाया गया तो यह पुरे दिन जला था। एडिशन ने बल्ब के आलावा भी कई और अविष्कार किये है जिनमे छोटे बड़े उपकरण मिला के 1091 प्रकार के अविष्कार शामिल है। जैसे कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर ,ग्रामोफ़ोन ,मोशन पिक्चर कैमरा ,एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी शामिल है।

एडिशन के नाम पर इन सारे उपकरणों को पेटेंट मिला हुआ है। एडिशन ने सबसे पहले बल्ब का अविष्कार किया व उसका पेटेंट अपने नाम करवाया। एडिशन डेढ़ साल में अलग अलग तरीको से बल्ब का अविष्कार करना सिख गए। एडिशन से पहले भी कई अन्य वैज्ञानिको ने बल्ब के बारे में सर्च किया जिससे भी एडिशन को काफी मदत मिली।

एडिशन ने अलग अलग धातुओं का उपयोग बल्ब के अविष्कार में किया। उन्होंने प्लेटिनम धातु का प्रयोग कर बल्ब बनाया जिसकी रौशनी 12 घंटे से भी अधिक थी लेकिन प्लेटिनम धातु बहुत महंगी थी उसके बाद कार्बन फिलामेंट का प्रयोग कर बल्ब बनाया जिसकी रौशनी भी 13 घंटे से अधिक थी और प्लेटिनम धातु भी सस्ती ही थी। इस प्रकार एडिशन ने एक सफल बल्ब का अविष्कार किया।अब आपको पता चल ही गया होगा बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया। अब हम आगे LED बल्ब का अविष्कार किसने किया इसको लेकर बात करते है।

LED बल्ब का अविष्कार किसने किया

LED बल्ब का अविष्कार अमेरिकी इंजीनियर निक होलोनाइक ने 1962 में किया जो अमेरिका की एक कंपनी में जनरल इलेक्ट्रिक के रूप में काम करते थे। LED का पूरा नाम लाइट एमिटिंग डायोड है। ये मार्किट में 1 वाट से हजारो वाट के मिल जाते है जो प्राइज में थोड़े महंगे होते है पर इनकी रौशनी बहुत अच्छी होती है और इससे बिजली की खपत बहुत काम होती है।

बल्ब के प्रकार

बाजार में बल्ब के बहुत से प्रकार उपलब्ध है जिसमे से सबसे ज्यादा उपयोग में लिए जाने वाले बल्ब इस प्रकार है।

CFL (कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट) बल्ब – पेंच कैप
CFL (कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट) बल्ब – संगीन कैप
LED लाइट बल्ब – पेंच कैप
LED लाइट बल्ब – संगीन कैप
मानक तापदीप्त प्रकाश बल्ब – पेंच कैप
मानक तापदीप्त प्रकाश बल्ब – संगीन कैप

बल्ब का इतिहास

अभी तक हमने बल्ब का अविष्कार किसने किया और बल्ब कितने प्रकार के होते है इसके बारे में बात करी लेकिन कई न कई आप भी यह जानने का प्रयास जरूर कर रहे होंगे की आखिर बल्ब का इतिहास क्या रहा होगा तो अब हम बल्ब के इतिहास के बारे में बात करते है एडिशन से पहले भी बहुत से वैज्ञानिक हुए है जिन्होंने बल्ब के अविष्कार को लेकर प्रयास किये।

सबसे पहले इलेक्ट्रिक बल्ब का अविष्कार Humphrey Davy ने किया। Humphrey Davy 1802 में इस बल्ब का अविष्कार कर लिया था। इन्होने बिजली की सहायता से एक बैटरी बनाई जिसमे कार्बन लगाकर बैटरी पर तार लगाए तो रौशनी उत्पन हुई। इन्होने इसका नाम इलेक्ट्रिक ARC लेम्प रख दिया लेकिन यह सफल नहीं हो पाया क्योकि इसकी रौशनी बहुत कम समय तक ही रहती थी।

इसके बाद ब्रिटिश वैज्ञानिक वार्रन द ला रियू ने 1840 में प्लेटिनम धातु का प्रयोग कर एक बल्ब का अविष्कार किया जब इसको पहली बार जलाया गया तो इसकी रौशनी बहुत अधिक समय तक रही लेकिन यह भी सफल नहीं हो पाया क्योकि प्लेटिनम धातु बहुत महंगी थी इसलिए एक दो बल्ब तो बनाये जा सकते है लेकिन ज्यादा बल्ब बनाकर इसे बेचना सम्भव नहीं था।

1850 में जोसेफ स्वान ने एक इलेक्ट्रिक बल्ब का अविष्कार किया इस अविष्कार में इन्होने Carbonized Paper Filaments का इस्तेमाल किया लेकिन इलेक्ट्रीसिटी व अच्छे वेक्यूम की कमी के कारण यह भी सफल नहीं हो पाया। 1870 के आसपास बाजारों में अच्छे वेक्यूम पम्प आने लग गए इसलिए जोसेफ स्वान ने फिर से अपना प्रयोग शुरू किया।

इसके बाद इन्होने कार्बन रोड से एक लेम्प तैयार किया जिसे Newcastle Chemical Society की मीटिंग में प्रदशित किया लेकिन अधिक बिजली प्रवाहित होने के कारण थोड़ी देर जला और टूट गया। बाद में इसकी त्रुटियों में सुधार कर फिर से 3 फरवरी 1879 को एक मीटिंग में इसे फिर से प्रदर्शित किया लेकिन इस लेम्प में इस्तेमाल किये गए कार्बन रोड का प्रतिरोध बहुत कम था जिस कारण यह फिर से असफल रहा।

कुछ समय बाद जोसेफ स्वान ने कार्बन के फिलामेंट में सुधार किया और इसको 27 नवंबर 1880 को पेटेंट दिलाया। इसके बाद थॉमस अल्वा एडिशन ने बल्ब का अविष्कार किया। एडिशन ने 1000 असफल प्रयास के बाद एक सफल बल्ब का अविष्कार किया। जिसे हम आज भी इस्तेमाल करते है। एडिशन ने 14 अक्टूबर 1878 को इम्प्रूवमेंट इन इलेक्ट्रिक लाइट के नाम से बल्ब का पेटेंट करवाया।

FAQs

Bulb का आविष्कार किसने और कब किया?

बल्ब का अविष्कार थॉमस एल्वा एडिशन ने 14 अक्टूबर 1878 में किया।

विद्युत बल्ब का आविष्कारक कौन है?

थॉमस एल्वा एडिशन, जोसेफ स्वान,जेम्स बोमेन लिंडसे सभी विद्युत् बल्ब के अविष्कारक है।

पहली बार बल्ब का आविष्कार किसने किया था?

पहली बार बल्ब का अविष्कार थॉमस एडिशन ने किया था।

दुनिया का सबसे पुराना बल्ब कौन सा है?

कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर के दमकल केंद्र में एक ऐसा बल्ब लगा है जिसे साल 1901 में पहली बार जलाया गया था और तब से लेकर आज तक यह बल्ब जल ही रहा है। इस अजूबे बल्ब को सेंटेनियल नाम से जाना जाता है। इस बल्ब को शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने बनाया था।

सबसे अच्छा बल्ब कौन सा है?

LED बल्ब सबसे अच्छा बल्ब है क्योकि ये बल्ब अधिक रौशनी देते है और इससे यूनिट भी कम जलता है।

दुनिया का सबसे महंगा बल्ब कौन सा है?

दुनिया का सबसे महंगा बल्ब टूलिप बल्ब है मार्केट में इसकी कीमत 5700 डॉलर है।

कौन सा बल्ब तेज चमकेगा?

20 वाट का LED बल्ब सबसे तेज चमकेगा इसके साथ ही बिजली की खपत भी कम होगी।

निष्कर्ष

दोस्तों आज इस पोस्ट में हमने बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया इसको लेकर बात करी इसके साथ ही बल्ब के बारे में अन्य रोचक तथ्य जैसे बल्ब का इतिहास ,LED बल्ब का अविष्कार किसने किया और बल्ब के प्रकार के बारे में भी बात करी हमें आशा है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको समझ आ ही गया होगा की बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब किया। अगर आपको इस पोस्ट में किसी भी तथ्य को लेकर कोई सुझाव हो तो हमें कमेंट कर जरूर बताये और इसे ज्यादा से ज्यादा सेयर करे धन्यवाद।

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