Durlabh Kashyap Biography in Hindi | दुर्लभ कश्यप का जीवन परिचय

Durlabh Kashyap Biography in Hindi – नमस्कार दोस्तों जीवनी जानो में आपका स्वागत है आज हम बात करने वाले है दुर्लभ कश्यप के बारे में आप सभी जानते होंगे की दुर्लभ उजैन का डॉन था और एक गैंगवार में दुर्लभ को अलविदा कहना पड़ा था।

लेकिन अभी भी आपके मन में बहोत सारे प्रश्न होंगे की दुर्लभ कश्यप कोन था ,{who is durlabh kashyap} दुर्लभ कुख्यात अपराधी कैसे बना इस कच्ची उम्र में उज्जैन का डॉन कैसे बना, यहाँ हम दुर्लभ की शिक्षा ,उसके करीबी रिस्तेदार और उसके डॉन बनने का सफर सभी की बात करेंगे( durlabh kashyap history in hindi) तो चलिये हम दुर्लभ कश्यप के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते हे आप सभी से अनुरोध हे की आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े |

दुर्लभ कश्यप के बारे में सामान्य जानकारी Durlabh kashyap biography in hindi

जन्म 8 Nov 2000
जन्म स्थान उज्जैन , MP में हुआ
नाम :- दुर्लभ कश्यपदुर्लभ कश्यप
अन्यनाम कोहिनूर
चर्चा में अपराधी गैंगेस्टर
लंबाई 5 फिट 10 इच
स्कूल शिक्षारोसरी सीनियर सेकंडरी स्कूल दिल्ली
माता पद्मा
पिता मनोज कश्यप
नागरिकता भारतीय
जाती राजपूत
धर्म हिन्दू
ग्रहस्थल
उज्जैन मध्यप्रदेश भारत
मृत्यु 6 सितम्बर 2020 रात 2 बजे हत्या

दुर्लभ कश्यप कौन था (Who is Durlabh kashyap)

दुर्लभ कश्यप का जन्म मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के जीवाजीगंज के अब्दालपुरा में 8 Nov 2000 को हुआ, इनके माता और पिता के आपसी विचार मेल नही खाते थे जिससे दोनों अलग अलग रहते थे इनके पिता इंदौर में एक व्यवसाय का कार्य करते और वही रहते थे जबकी इनकी माता उज्जैन में एक सरकारी टीचर थी, दुर्लभ अपने माता के साथ उज्जैन ही रहता था |

दुर्लभ ने मात्र 15 साल की उम्र में अपराध की दुनिया पे अपना कदम रखा और फेसबुक के माध्यम से अपराध को अंजाम देने लगा , फेसबुक पे बायोग्राफी में कुख्यात अपराधी व् गैंगेस्टर लिख रखा था जहाँ किसी भी प्रकार के निपटारे के लिये संपर्क करे और गैंगेस्टर के साथ विडियो फोटो शेयर कर रखे थे।

यह वह दौर था जहाँ महज 16,17 साल की उम्र क़े बचे जो अपराध में अपनी चाह रखते वाले थे वो दुर्लभ के फैंन बनते जा रहे थे और अब टीनएजर्स की टोली बड़े ग्रुप में बदल गयी जो एक कंपनी की तरह काम करने लगी थी इनका ड्रेस कोड काला गमछा, माथे पे तिलक, लम्भे बाल और आँखों में सुरमा लगाये करते थे जिससे दुर्लभ और इनके दोस्त खाफी पॉपुलर होने लगे थे।

15 सितम्बर 2018 को दुर्लभ ने एक अपराधिक पोस्ट फेसबुक पर डालकर भय फैलाने लगा उस समय इनकी गैंग सोशल मिडिया के द्वारा अपराध को अंजाम देने लगी थी ये गिरोह रात में गाड़ियों के काच फोड़ने से लेकर डराने धमकाने व् वशुली का काम करने लगा था ,अब इनका गिरोह गैंग में बदल गया था ये अपराध के समय नशा नही किया करते थे।

उज्जैन के तात्कालिक SP सचिन अतुलकर को इस गैंग के बारे में पता पड़ा तब पुलिस ने इस गैंग के 23 जनो को एक साथ जिसमे से कुछ नाबालिक भी थे इन पर कहि आपराधिक केस थे ,दुर्लभ के कारनामो की लिस्ट इतनी लम्बी थी की SP सचिन अतुलकर ने दुर्लभ की क्राइम हिस्ट्री शीट भी बनवाई (दुर्लभ कश्यप हिस्ट्री इन हिन्दी )

2018 में जब दुर्लभ को पकड़ा गया था तब नाबालिक होने के कारण उसे बाल संरक्षण में रखा गया, 24 अप्रेल 2019 को किशोर न्याय बोर्ड द्वारा उसे इंदौर स्थानांतरण किया गया इसी बिच दुर्लभ बलिक हुआ यानि उसकी उम्र बढ़कर 18 वर्ष हुई पुलिस ने दुबारा कार्रवाई की जिस कारण दुर्लभ 1 साल से अधिक भैरवगढ जेल उज्जैन में रहा। ( durlabh kashyap story in hindi)

उस समय में एक वाकिया सामने आया जब दुर्लभ की गैंग को पकड़ने वाले SP सचिन अतुलकर ने जेल का दौरा किया और उनकी मुलाकात दुर्लभ से हुई ,उन्होंने दुर्लभ से कहा की तुमने उम्र से ज्यादा दुश्मनी पाल ली हे तुम्हारा जेल में रहना ही ज्यादा सुरक्षित होंगा बाकी बहार तुम्हे कोई न कोई मार देगा तब दुर्लभ ने 1साल तक अपनी जमानत नही कराई थी।

FEB 2020 LOCKDOWN का समय चल रहा था तब दुर्लभ जमानत पर जेल से बहार आया और इंदौर में रहने लगा लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद वापिस माँ के पास उज्जैन आ गया था, वापिस दोस्तों के साथ गुमना फिरना शुरू कर दिया और लेट नाईट पार्टी करने लगा ,जेल से बहार आने के बाद दुर्लभ खुद को डॉन समझने लगा ,दुर्लभ पहले की तरह गुमने फिरने लगा व गुंडागर्दी करने लगा पर पुलिस ने कोई ध्यान नही दिया |

दुर्लभ की गैंगवार में मौत/durlabh kashyap gangster in hindi

उज्जैन में दुर्लभ पहले से ज्यादा निडर हो गया और अब वह किसी से नई डरता था रात को 11बजे दोस्तों के साथ रफीगंज हारफुल वाली गली में चाय की दुकान पर पहुचे चाय पीकर उसे चाकू से धमकाकर चले आते है दुकानदार माधवनगर पुलिस स्टेशन जाता हे पर वहा उसकी रिपोर्ट नही लिखी जाती है व उसे भगा दिया जाता है।

उसके बाद दुर्लभ अपने कुछ साथियो के साथ रात के 1 बजे उसी चाय की दुकान पर जाता है जहा शहनवाज से कहसुनी हो जाने पर दुर्लभ शहनवाज को कठे से गोली मरता है जो गले के पास से निकलती है उसके बाद शहनवाज व उसके साथियो ने दुर्लभ को गैर लिया और चाकू से 34 वार कर दिए दुर्लभ को कमजोर पड़ता देख साथी उसे छोड़ के भाग गये।

जिसका परिणाम यह हुआ की अपराध की दुनिया में महशूर होने की चाहत रखने वाले दुर्लभ की 7sep2020 को 20 साल की उम्र में गैंगवार में चाकुओ से रौंद कर हत्या कर दी गयी ,दुर्लभ की मोत के समय उस पर 8-9 अपराधिक मुकदमे दर्ज थे मोत के बाद कही लोगो की गिरफ्तारी भी हुई व मामले की जांच हुई जिसमे चाय की दुकान वाला जश्मदित गवाह बना।

सोशल मिडिया पर फेमस (durlabh kashyap history in hindi)

दुर्लभ की मोत के बाद भी आज युवा वर्ग में दुर्लभ बहूत फेमस हे दुर्लभ के इंस्ट्राग्राम , यूट्यूब व फेसबुक पे कई पेज एक्टिव है जिन पर कई पोस्ट डाली जाती है पोस्ट डालने वाले दुर्लभ जैसी ड्रेस कोड पहनते है उनकी विडियो पर हजारो लाइक्स व कमेंन्ट आते है दुर्लभ लड़कियों की इज्जत करता था और लड़कियों को छेड़ने वाले के सख्त खिलाफ था उसने कई लड़कियों की हेल्प भी करी यह भी एक कारण था जिससे वह युवा वर्ग में ज्यादा फेमस था दुर्लभ पर हाल ही में फिल्म बनने को लेकर चर्चा है |

दुर्लभ कश्यप पर बन रही है फिल्म

सोशल मिडिया पर दुर्लभ खाफी चर्चा में हे युवा वर्ग दुर्लभ को खाफी सर्च करते हे, आय दिन दुर्लभ के फेन गैंगेस्टर की विडियो reels शॉर्ट्स विडियो डालते है जिसको सबसे ज्यादा देखा जाता है इसलिये दुर्लभ के नाम की फिल्म बनने जा रही है उसे उज्जैन का डॉन ,लायन ऑफ़ उज्जैन भी कहा जाता है पंजाबी एक्टर जय रंधावा दुर्लभ का किरदार निभाएंगे फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर सोशल मिडिया में पर वायरल हे।

FAQS Related to Durlabh Kashyap Biography

कश्यप कास्ट कोनसी होती है।

कश्यप जाती मुख्य रूप से हरियाणा ,पंजाब ,उत्तर प्रदेश दिल्ली, j.k मध्यप्रदेश और राजस्थान में निवास करते है कश्यप मुख्यतः राजपूत जाती मे होते है।

उज्जैन का डॉन कोन है

उज्जैन का डॉन दुर्लभ कश्यप था दुर्लभ की मोत एक गैंगवार में 27 sep 2020 को हुई।

Conclusion –
तो दोस्तों यह हे दुर्लभ कश्यप की बायोग्राफी उम्मीद है पूरी पढ़ने पर आपके सभी प्रश्नों के उत्तर मिले होंगे आप पूरी कहानी पढ़कर समझ गये होंगे की बुराई का अंत हमेसा बुरा ही होता है व उस समय अपने साथी भी साथ छोड़ देते है तो आप सभी से निवेदन है की आप आपराधिक गतिविधयों का हिस्सा न बने और गलत कदम न उठाये। धन्यवाद।

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Tushar Shrimali Jivani jano के लिए Content लिखते हैं। इन्हें इतिहास और लोगों की जीवनी (Biography) जानने का शौक हैं। इसलिए लोगों की जीवनी से जुड़ी जानकारी यहाँ शेयर करते हैं।

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