Factory Act 1948 PDF in Hindi

दोस्तों इस पोस्ट में Factory Act 1948 PDF in Hindi मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से आसानी से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।

कारखाना अधिनियम 1948 सम्पूर्ण भारत में 1 अप्रैल 1949 को लागु किया गया था। इस नियम के अंतर्गत कारखाना मजदूर व् मालिक के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा तथा कल्याण के लिए उनके द्वारा किये जा रहे कार्य पर घंटे, छुटटी, भत्ता और विश्राम के लिए प्रावधान किये गए है।

इस पोस्ट कारखाना अधिनियम 1948 Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने वाले है। साथ ही इस अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। यदि आप फैक्ट्री अधिनियम 1948 के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े।

Factory Act 1948 PDF in Hindi Details

Factory Act 1948 PDF in Hindi
PDF TitleFactory Act 1948 PDF in Hindi
Language Hindi
Category Education
Total Pages 52
Pdf Size 0.7 MB
Download Link Available
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Factory Act 1948 PDF in Hindi

कारखाना का शाब्दिक अर्थ वह परिसर जहां पर 20 या उससे अधिक कर्मचारी बिजली की सहायता से चल रही किसी भी प्रकार प्रक्रिया में भाग लेते है अथवा 20 या उससे कम व्यक्ति बिना बिजली के निर्माण प्रक्रिया में स्वतंत्र रूप से भाग लेते है।

कारखाना अधिनियम 1948 कानून उन सभी कारखानों में विनियमित रूप से लागु होते है, जिसमे 20 या उससे अधिक श्रमिक कार्यरत हो। इस कानून को मजदूर का कानून के नाम से भी जाना जाता है। यह अधिनियम मजदूरों को कुछ क़ानूनी अधिकार प्रदान करता है।

इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को बढ़ावा देने से है। क़ानूनी अधिनियम को दो भागो में विभाजित किया गया है। पहली श्रेणी में वे कानून शामिल किये गए है जो मुलित ट्रेड यूनियनों, कर्मचारियों और Companies के बीच संबंधों को परिभाषित करता है।

वही दूसरी श्रेणी के अंतर्गत वे कानून लागु किये गए है, जो मजदूरों के अधिकार का प्रावधान करते है। भारतीय फैक्टरी अधिनियम 1948 को श्रम तथा रोजगार मंत्रालय के द्वारा संचालित किया जाता है।

Safety के बारे में Indian Factory Act 1948 

भारतीय फैक्ट्री अधिनियम 1948 श्रमिकों को पूर्णतया सुरक्षा प्रदान करता है। इस अधिनियम के अंतर्गत कुछ विशेष सुरक्षा नियमो का पालन किया गया है, जो कि निम्नलिखित है।

1. मशीनों पर बाङ लगाना

प्रत्येक कारखाने पर धुरी पर घूमने वाले सभी उपकरण जिससे दुर्घटना की संभावना हो उन्हें बाढ़ लगाकर सुरक्षित करना चाहिए।

2. मशीनरी के गति में होने पर उसके निकट काम करना

जहां किसी कारखाने में मशीनरी के किसी भाग का उस मशीनरी के गति होते वक्त वहां पर पास में रहना आवश्यक हो तो संक्रिय चुस्त कपडे पहनें। इसके आलावा मशीनरी के निकट उसी व्यक्ति को रखे जिसका नियमित रूप से रजिस्टर में नाम अधीलिखित है तथा उसे उसकी नियुक्ती का प्रमाण पत्र भी दिया गया हो।

3. खतरनाक मशीनों पर अल्पवय व्यक्तियों का नियोजन

कम उम्र के व्यक्ति अर्थात किसी भी युवा को खतरनाक मशीन पर काम करने की तब तक अनुमति नहीं देनी चाहिए जब तक की वह उस मशीन के बारे में पूर्णतया अवगत न हो जावे।

4. बिजली काटने के लिए आघात-गियर युक्तियाँ

प्रत्येक कारखाने में आपातकालीन स्थिति में चालू मशीन से बिजली काटने की उपयुक्त युक्तियों की व्यवस्था की जाएगी और प्रत्येक को काम करने वाले कमरे में रखा जायेगा।

5. स्वचालित मशीन व नयी मशीन का आवेष्ठन

किसी भी स्वचालित मशीन का कोई भाग घूमता है तो उस स्थान पर 45 cm के दायरे के अंतर्गत या उस स्थान से गुजरने नहीं दिया जायेगा।

किसी भी मशीन के नट बोल्टों, किलो, चक्र आदि को सही प्रकार से कसा जायेगा, ताकि मशीन पर कार्यरत श्रमिक को किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंच सकें।

6. रुई धुनकियो के पास बच्चो तथा स्त्रियों का नियोजन निषेध

रुई के कारखानों में रुई दबाने के ऐसे भाग में जहां रुई धुनकी चल रही हो, उस स्थान पर महिला और बच्चो को नियोजित नहीं किया जायेगा। लेकिन जहां भरे सिरा स्थित हो उस जगह पर महिला या बच्चो को उस स्थान के लिए नियोजित किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त यदि आप फैक्ट्री अधिनियम के बाकी के सुरक्षा अधिनियम इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सम्बन्धित अधिनियम के बारे में जाना चाहते है, तो पोस्ट में दी गयी Pdf डाउनलोड कर सकते है, जहां से आप भारतीय कारखाना अधिनियम 1948 के बारे में विस्तारपूर्वक जान पाएंगे।

वयस्कों के कार्य के घंटे

इस नियम के अंतर्गत श्रमिकों के काम करने एक निश्चित समय निर्धारित किया गया है, जो निम्न है –

  • किसी भी श्रमिक को एक सप्ताह में कुल 48 घंटे, एक दिन में अधिकतम 9 घंटे तथा लगातार 5 घंटो से ज्यादा कार्य नहीं करवाया जायेगा।
  • कम से कम 30 मिनट का विश्राम लगातार काम करने के बाद देना चाहिए।
  • फैक्ट्री में कार्यरत श्रमिकों को सप्ताह के एक दिन विश्राम दिन अवश्य देन चाहिए।
  • इसके अल्वा किसी भी विशेष परिस्थिति में विश्राम दिन पहले या बाद में दिया जाना चाहिए।

FAQs : Factory Act 1948 in Hindi

Factory Act 1948 PDF in Hindi कैसे डाउनलोड करें?

यदि आप कारखाना अधिनियम 1948 Pdf फॉर्मेट में डाउनलोड करना चाहते है तो पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आसानी से फ्री में डाउनलोड कर सकते है।

कारखाना अधिनियम 1948 कब लागू हुआ था?

कारखाना अधिनियम 1948 को सम्पूर्ण भारत में 1 अप्रैल 1949 को पूर्ण लागू किया गया था।

भारत में पहला कारखाना अधिनियम क्या था?

इस अधिनियम के अंतर्गत 7-12 वर्ष के बच्चो को अधिकतम 9 घंटे तक कार्य करना चाहिए। जबकि 7 से कम वर्ष के बच्चो का फैक्ट्री में प्रवेश वर्जित था।

भारत में कारखानों की स्थापना कब से शुरू हुई?

भारत ने अपना पहला कारखाना सूरत में 11 जनवरी 1613 को खोला था।

भारत का सबसे बड़ा इस्पात कारखाना कौन सा है?

राउरकेला इस्पात कारखाना भारत का सबसे बड़ा इस्पात कारखाना है।

Conclusion:-

इस पोस्ट में Factory Act 1948 PDF in Hindi मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही इस अधिनियम के बारे में विस्तार जानकारी दी गयी है। उम्मीद करते है कि Indian Labour Law Pdf in Hindi Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Labour Law in Hindi PDF Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Karkhana Adhiniyam को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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