इंटरनेट की खोज किसने और कब की

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग jivanijano.com पर आज हम बात करने वाले हैं इंटरनेट के बारे में इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि इंटरनेट की खोज किसने की, इंटरनेट की खोज कब हुई, इंटरनेट हमारे क्या काम आता है? तथा इंटरनेट का कैसे उपयोग किया जाता है? इंटरनेट का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा इंटरनेट आज के युग का सबसे बड़ा नेटवर्क बन चुका है।

इंटरनेट के बिना आज कुछ भी मुमकिन नहीं है हमें छोटे से छोटा मैसेज भेजने, मेल करने, व्हाट्सएप, Facebook, Twitter, Instagram जैसे सभी सोशल नेटवर्क का उपयोग करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती है। अभी के समय में अगर 1 दिन के लिए भी इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया जाए तो जीवन रुक सा जाएगा और पूरी दुनिया में हलचल मच जाएगी, काफी नुकसान भी हो जाएगा क्योंकि आज बड़े से बड़े बिजनेस और कई सारे छोटे छोटे बिजनेस भी इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।

ऑनलाइन पेमेंट से लेकर ऑनलाइन बिजनेस सब कुछ इंटरनेट से जुड़ा हुआ है अभी के समय में ऑनलाइन स्टडी, ऑनलाइन पेमेंट, ऑनलाइन वर्क (वर्क फ्रॉम होम), इंटरनेट से ही मुमकिन है तो चलिए आज जानते हैं इंटरनेट के बारे में अब हम शुरू करते हैं इंटरनेट की विस्तृत जानकारी, पूरी जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

इन्टरनेट क्या होता है

अभी के समय में जो कोई भी मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग करता है वह इंटरनेट के बारे में जरूर जानता है इंटरनेट के माध्यम से ही संचार इतना तेज हुआ है लेकिन इंटरनेट के बारे में लोग गलत धारणा बना लेते हैं लोगों को इंटरनेट क्या होता है यह वास्तव में मालूम नहीं होता है कुछ लोग यह समझ लेते कि इंटरनेट एक इंफॉर्मेशन है अथवा यह मात्र संचार का माध्यम है।

लेकिन इंटरनेट एक तार होता है जो कई तारो से बना हुआ जाल है जो कि एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से कनेक्ट करता है। इन्टरनेट एक बड़ा ग्लोबल interconnected कंप्यूटर नेटवर्क है जो बहुत प्रकार के कम्युनिकेशन और इनफॉर्मेशन की सुविधा प्रदान करता है, यह विश्व का बहुत बड़ा नेटवर्क वेब है जिसमें सभी नेटवर्क एक दूसरे के साथ जुड़े हुए रहते हैं।

इंटरनेट की सहायता से हम कोई भी कम्युनिकेशन Gmail जैसी अन्य संचार के माध्यम का उपयोग करके अपने मैसेज को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं और इंटरनेट के माध्यम से ही हम एक जगह बैठकर पूरे विश्व की इंफॉर्मेशन को प्राप्त कर सकते हैं। Internet एक शॉर्ट टर्म है जिसका पूरा अर्थ Interconnected Network होता है।

इंटरनेट की खोज किसने की

वो कहते हैं कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है हर बार किसी न किसी समस्या का समाधान ढूंढने के लिए कोई न कोई आविष्कार या खोज हो जाती है और वह खोज या आविष्कार हमारे जीवन को सरल और आसान बना देता है, इन नए आविष्कारों से हमारे काफी समय की बचत भी हो जाती है इंटरनेट भी एक ऐसा ही आविष्कार है।

एक समस्या के समाधान को लेकर इंटरनेट की खोज हुई और इंटरनेट इस प्रकार प्रगति कर गया कि आज के समय में इंटरनेट के बिना एक पल भी निकाल पाना मुश्किल हो जाता है। अगर हम बात करें कि इंटरनेट की खोज किसने की तो उसके लिए कोई एक नाम नहीं है कई सारे वैज्ञानिक, इंजीनियर और साइंटिस्ट प्रोग्रामर ने मिलकर इंटरनेट को समय-समय पर और बेहतर बनाया तथा उसकी खोज पूर्ण की है।

बात 1960 के दशक की है उस समय मिलिट्री में कंप्यूटर टेक में इसका प्रयोग कर लिया गया था लेकिन उस समय इंटरनेट की खोज किसने की यह मालूम नहीं चल पाया था और वह आज के इंटरनेट की तरह कार्य भी नहीं करता था। वास्तव में इंटरनेट की खोज किसी एक व्यक्ति ने नहीं की यह बात हम पहले ही जान चुके हैं लेकिन इंटरनेट के खोजकर्ता के रूप में दो व्यक्तियों का नाम महत्वपूर्ण रूप से देखा जाता है Kahn और Cerf दोनो ने आज के उपयोग में लिया जाने वाले इंटरनेट के ढांचे की खोज की थी।

Vint Cerf और Bob Kahn (Robert Elliat Kahn) दोनो ने 1978 में Transmission Control Protocol (TCP)/ Internet Protocol (IP) का निर्माण किया TCP (transmission control protocol) एक ऐसा Protocol है जो एक Network में कई कंप्यूटर एक साथ कैसे कनेक्ट होंगे यह Decide करता है। इंटरनेट का उपयोग करने के लिए जिस World Wide Web (WWW) का इस्तेमाल किया जाता है उस WWW की खोज 1989 में Barners-Lee ने की थी।

इंटरनेट की खोज किसी एक व्यक्ति ने नहीं की है बल्कि कई सारे वैज्ञानिक, इंजीनियर, Programmer आदि ने मिलकर आज के इंटरनेट का निर्माण किया है।

इंटरनेट की खोज कब हुई

इंटरनेट की खोज किसी एक निश्चित दिनांक को नहीं हुई है बल्कि वर्तमान के इंटरनेट को बनने में कई साल लग गए और कई लोगो की कड़ी मेहनत लगी है। इंटरनेट का सबसे पहले प्रयोग पेंटागन अमेरिकी रक्षा विभाग में अमेरिकी सेना द्वारा किया गया था। वर्तमान समय में जो इंटरनेट की सुविधा हमें आराम से मिल रही है उसे इतना सहज बनने में लगभग 40 साल लग गए 40 वर्षों तक कई लोगों ने कई सारे प्रयास किए तब जाकर आज का इंटरनेट हमारे सामने आया है।

1962 में जे सी आर्कलाइडर ने DARPA नाम की एक संस्था बनाई जिसका पूरा नाम Diffance Advance Research Project Agency है इस संस्था में उन्होंने एक Network बनाया जिसका नाम इंटीग्लेटिक नेटवर्क रखा। इस नेटवर्क का कार्य अमेरिकी डिफेंस सिस्टम के एक कंप्यूटर को दूसरे अन्य कंप्यूटर से जोड़ना था जिससे उनके Secret Message को एक जगह से दूसरी जगह पर Secret तरीके से सुरक्षित और जल्दी भेजा जा सके।

DARPA के Network द्वारा लॉस एंजेलिस में 29 अक्टूबर 1969 को California University से 350 किलोमीटर दूर Standford Research University में विश्व का पहला इलेक्ट्रॉनिक मैसेज “LO” भेजा गया। वास्तव में वे LOGIN मैसेज भेजना चाहते थे लेकिन LO भेजने पर ही Standford Research University का कंप्यूटर क्रेश हो गया, उसके बाद इसमें कई सुधार किए गए और अंत में वे मैसेज भेजने में सफल रहे।

1969 में एक Network Project बनाया गया जिसका नाम ARPANet रखा गया इसका पूरा नाम Advance Research Project Agency है। Vint Cerf और Bob Kahn ने 1978 में Transmission Control Protocol (TCP)/ Internet Protocol (IP) का निर्माण किया और इंटीग्लेटिक का नाम बदलकर इंटरनेट रख दिया, इन दोनो को ही इंटरनेट का जनक भी माना जाता है।

1980 में Microsoft के निर्माता Bill Gates ने IBM Computer बनाए और Microsoft Operating System में सबसे पहले इंटरनेट की सुविधा लगाई, 1 जनवरी 1983 को DARPA के चीफ मेंबर ने इसका नाम परिवर्तित कर ARPANet रख दिया। 1983 में Network Project “ARPANet” ने TCP और IP को अपने साथ कर लिया और किसी Data को Transfer करने के लिए दो से ज्यादा कंप्यूटर का एक Network बनाया।

भारत में इंटरनेट

भारत में पहला इंटरनेट 1986 में ‘विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL)’ द्वारा लॉन्च हुआ जो की 14 अगस्त 1995 को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवाया गया था। वर्ष 2017 के आंकड़ों के अनुसार 481 million लोग इंटरनेट का उपयोग करते है, अर्थात भारत की 35% जनसंख्या इंटरनेट का उपयोग करती है और Jio लॉन्च होने के बाद तो यह आंकड़ा काफ़ी बढ़ गया है।

WWW कैसे इंटरनेट की सहायता करता है। WWW की खोज ब्रिटिश वैज्ञानिक Tim Berner Lee ने 1991 को की थी। World Wide Web एक तकनीक होती है जिसकी सहायता से हम इंटरनेट पर Hiperlink और Websites को Access सकते हैं। Vint Cerf और Bob Kahn का इंटरनेट को लेकर देखा गया सपना

Vint Cerf और Bob Kahn इन दोनो को इंटरनेट का जनक माना जाता है लेकिन वास्तव में ये दोनो इंटरनेट को लेकर कुछ और ही सपने देख रहे थे। इन दोनो ने जो Network बनाया उससे आज के इंटरनेट का ढांचा तैयार हो गया था। ये दोनो इंटरनेट के माध्यम से सभी लोगों तक मुफ्त में जानकारी पहुंचाना चाहते थे। उनका मानना था कि “कोई भी जानकारी किसी भी व्यक्ति के लिए बिल्कुल मुफ्त होनी चाहिए।

” वे किसी भी एक व्यक्ति या सरकार को इन्टरनेट का स्वामित्व नहीं देना चाहते थे उनका मानना था कि इस बेहतरीन तकनीक का उपयोग करने का अधिकार हर व्यक्ति को होना आवश्यक है। Cerf और Kahn दोनो इंटरनेट जैसी बेहतरीन तकनीक से सभी लोगों को लाभान्वित करना चाहते थे तथा पूरे विश्व को एक बेहतरीन जगह बनाना चाहते थे।

इंटरनेट के उपयोग

इंटरनेट का उपयोग कई छोटे बड़े कार्यों में किया जाता है इंटरनेट के माध्यम से आप निम्न कार्य कर सकते हैं।
ईमेल भेज सकते हैं।
वीडियो कॉल कर सकते हैं।
ऑनलाइन स्टडी कर सकते हैं।
बिल जमा करा सकते हैं।
पैसों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
नेट सर्फिंग कर सकते हैं।
टिकट बुक कर सकते हैं।
गेम्स खेल सकते हैं।
घर बैठे खरीदारी कर सकते हैं।
चैटिंग कर सकते हैं।
नौकरी खोज अथवा प्रदान कर सकते हैं।
सूचनाओ का आदान प्रदान सकते हैं।
विज्ञापन (Advertisement) कर सकते हैं।
मनोरंजन (Entertainment) कर सकते हैं।

इन सब के अलाव और भी कई कार्य हैं जिनको हम इंटरनेट के द्वारा कर सकते हैं।

FAQ

इंटरनेट के खोजकर्ता कौन है?

इंटरनेट के खोजकर्ता के रूप में दो व्यक्तियों का नाम महत्वपूर्ण रूप से देखा जाता है Kahn और Cerf दोनो ने आज के उपयोग में लिया जाने वाले इंटरनेट के ढांचे की खोज की थी।

भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी?

भारत में 15 अगस्त 1995 से इंटरनेट सेवा की शुरुआत हुई।


भारत में इंटरनेट के जनक कौन है?

भारत में इंटरनेट का जनक बिजयेन्द्र कुमार सिंगल को माना जाता है।



दुनिया का पहला इंटरनेट कौन सा था?

दुनिया का पहला इंटरनेट ARPANET है।


इंटरनेट का क्या अर्थ होता है?

इंटरनेट दो शब्दों से मिलकर बना है Inter और Network. जिसमें Inter का मतलब होता है – एक दूसरे से जुड़ा हुआ और Network का मतलब होता है – जाल। इंटरनेट एक ऐसा जाल है जिसके द्वारा दुनियाभर के कंप्यूटर को आपस में जोड़ा जाता है।

भारत की पहली वेबसाइट का नाम क्या है?

भारत की पहली वेबसाइट Rediff.com नाम से थी।

Conclusion

तो दोस्तो आज हमने इंटरनेट के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर ली है इंटरनेट के माध्यम से लोग घर बैठे ही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं। Vint Cerf और Bob Kahn इन दोनो को इंटरनेट का जनक कहा जाता है, वास्तव में इन दोनो ने इंटरनेट की खोज से पूरे विश्व को एक धागे में पिरोकर माला बनाने का कार्य किया है। तो दोस्तो आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट कर बताए और लेख को लाइक शेयर अवश्य करे धन्यवाद।

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Tushar Shrimali Jivani jano के लिए Content लिखते हैं। इन्हें इतिहास और लोगों की जीवनी (Biography) जानने का शौक हैं। इसलिए लोगों की जीवनी से जुड़ी जानकारी यहाँ शेयर करते हैं।

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