Siddha Kunjika Stotram PDF Download Free [2023]

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको Siddha Kunjika Stotram PDF निःशुल्क रूप से उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download Link पर क्लिक करके आसानी से फ्री में Download कर सकते है।

सिद्धा कुंजिका स्तोत्र माता दुर्गा की अत्यंत शक्तिशाली और तंत्र शक्ति से सम्पन्न एक स्तुति है। यह स्तुति सरल और प्रभावी है। इस स्तुति के मन्त्र को स्वतः सिद्ध किये हुए है अर्थात इनको अलग से सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है। यह एक प्रकार का अद्भुत स्तोत्र है जिसका प्रभाव बहुत ही चमत्कारी माना गया है।

जब भी कोई व्यक्ति इस स्तुति का पाठ करता है तो माता दुर्गा उसकी हर मनोकामना पूर्ण करती है तथा उसके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है। यदि आप भी माता दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते है, तो पोस्ट में दिए गए सिद्धा कुंजिका स्तुति का पाठ अवश्य करे, जिससे माता दुर्गा की कृपा सदैव आप पर बनी रहे।

Siddha Kunjika Stotram PDF Details

PDF Title Siddha Kunjika Stotram PDF
Language Hindi
Category Religion
PDF Size 984 KB
Total Pages 9
Download LinkAvailable
PDF Sourceinstapdf.in
NOTE - यदि आप Siddha Kunjika Stotram PDF Free Download करना चाहते है तो नीचे दिए गए Download Link पर क्लिक करें। 

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र क्या है

Siddha Kunjika Stotram PDF

यह स्तुति माता दुर्गा को समर्पित है। माता दुर्गा को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तजन इस स्तुति का पाठ करते है। यह पाठ ज्यादा सरल और प्रभावशाली है। यदि आप इस स्तुति का पाठ नवरात्री के अलावा किसी अन्य समय में करते है तो भी आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।

Siddha Kunjika Stotram Lyrics in Hindi

शिव उवाच

शृणु देवि प्रवक्ष्यामि, कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्।

येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत॥1॥

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।

न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न च वार्चनम्॥2॥

कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।

अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम्॥3॥

गोपनीयं प्रयत्‍‌नेनस्वयोनिरिव पार्वति।

मारणं मोहनं वश्यंस्तम्भनोच्चाटनादिकम्।

पाठमात्रेण संसिद्ध्येत्कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्॥4॥

॥ अथ मन्त्रः ॥

ॐ ऐं ह्रीं क्लींचामुण्डायै विच्चे॥

ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालयज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वलहं सं लं क्षं फट् स्वाहा॥

॥ इति मन्त्रः ॥

नमस्ते रूद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।

नमः कैटभहारिण्यै नमस्ते महिषार्दिनि॥1॥

नमस्ते शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि।

जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरूष्व मे॥2॥

ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका।

क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते॥3॥

चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी।

विच्चे चाभयदा नित्यं नमस्ते मन्त्ररूपिणि॥4॥

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्‍‌नी वां वीं वूं वागधीश्‍वरी।

क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु॥5॥

हुं हुं हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।

भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवी भद्रे भवान्यै ते नमो नमः॥6॥

अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं।

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥7॥

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा।

सां सीं सूं सप्तशती देव्या मन्त्रसिद्धिं कुरुष्व मे॥8॥

इदं तु कुञ्जिकास्तोत्रंमन्त्रजागर्तिहेतवे।

अभक्ते नैव दातव्यंगोपितं रक्ष पार्वति॥

यस्तु कुञ्जिकाया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।

न तस्य जायतेसिद्धिररण्ये रोदनं यथा॥

॥ इति श्रीरुद्रयामले गौरीतन्त्रे शिवपार्वतीसंवादे कुञ्जिकास्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के पाठ से होने वाले लाभ

यदि कोई भी व्यक्ति माता दुर्गा की आराधना के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करता है तो उसे निम्न लाभ मिलते है –

  • व्यक्ति को वाणी और मन की शक्ति मिलती है।
  • इसके नियमित पाठ से सारी मनोकामना पूर्ण होती है।
  • व्यक्ति के अंदर असीम ऊर्जा का संचार होता है।
  • खराब ग्रहो के प्रभाव से छुटकारा मिलता है।
  • जीवन में धन समृद्धि प्राप्त होती है।
  • तंत्र-मन्त्र की नकारात्मक ऊर्जा का असर नहीं होता है।
  • आपके जीवन में आने वाली शत्रु बाधा दूर हो जाती है।
  • आपके जीवन में धन की प्राप्ति होती है।
  • माता दुर्गा का आशीर्वाद और विशेष कृपा सदैव आप पर बनी रहती है।
  • आपके जीवन कुंडली में बुध ग्रह से चल रही समस्याओ का निवारण होता है।

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के पाठ की सही विधि

माता दुर्गा की आराधना करने के लिए आपको सिद्ध कुंजिका स्तोत्र की सही विधि के बारे में जानकारी होना जरुरी है। यदि आपने अभी-अभी इस स्तुति का पाठ आरम्भ किया है और इसकी सही विधि के बारे में नहीं जानते है तो निम्न बिन्दुओ का अनुसरण अवश्य करें –

  • सिद्ध कुंजिका पाठ का सही समय सूर्यास्त के समय माना जाता है। इसके अतिरिक्त यदि आप रात के समय 11 बजे से 2 बजे के बिच इस स्तुति का पाठ करते है तो यह आपके लिए लाभकारी माना जाता है।
  • इस स्तुति का पाठ करने के लिए सबसे पहले अपने सामने माता दुर्गा की चित्र या मूर्ति स्थापित करें।
  • इसके बाद घी का एक दीपक प्रज्वलित करे।
  • ततपश्चात एक लाल रंग के आसन पर बैठ जाए। यदि आपके पास लाल रंग का आसान नहीं है, तो अपने आसन पर का लाल रंग का वस्त्र बिछा दे।
  • इसके अतिरिक्त यदि आप लाल रंग के वस्त्र धारण करके इस कुंजिका स्तोत्र का पाठ करते है तो या और भी शुभ माना जाता है।
  • इसके बाद देवी को प्रणाम करके यह संकल्प लीजिये कि आप किस उदेश्य इस स्तुति का पाठ करना चाहते है। जैसे शत्रु बाधा दूर करने के लिए, धन प्राप्ति लिए आदि।
  • इसके बाद कुंजिका स्तोत्र का पाठ आरम्भ करें।
  • पाठ समाप्ति के बाद माता दुर्गा को दंडवत प्रणाम करें और अपने जीवन में चल रही बाधाओं को दूर करने के लिए देवी माँ से प्रार्थना करें।

FAQs: Siddha Kunjika Stotram PDF

Siddha Kunjika Stotram PDF Free Download कैसे करें?

यदि आप सिद्ध कुंजिका स्तोत्र Pdf मुफ्त में डाउनलोड करना चाहते है तो पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आसानी से फ्री में डाउनलोड कर सकते है।

सिद्ध कुंजिका मंत्र कितना शक्तिशाली है?

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र और इसमें दिए गए मंत्र अत्यंत प्रभावशाली और शक्तिशाली माने गए हैं। यदि आप इस स्तुति का पाठ करते है तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।

मंत्र कितने दिन में सिद्ध हो जाता है?

यदि आप 7 दिन तक लगातार 3 बार इस मंत्र का जप करते है तो आपको किसी भी कार्य में सिद्धि मिलनी शुरू हो जाती है।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Siddha Kunjika Stotram PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही इस स्तुति के पाठ से होने वाले लाभ और इसके पाठ की सही विधि के बारे में जानकारी दी गयी है। उम्मीद करते है कि Kunjika Stotram PDF Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Siddha Kunjika Stotram PDF in Hindi Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Sidh Kunjika Stotra PDF पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

Download More PDF:-

Leave a Comment