टेलीविजन का आविष्कार किसने तथा कब किया

नमस्कार दोस्तों टेलीविजन (T.V.) आज के इंटरनेट के युग में भी मनोरंजन का साधन बना हुआ है जी हां वही टीवी जो हम सभी के घर में लगा होता है और यह हमारे घर की शान बढ़ाता है आजकल लोग टीवी से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का पता लगाते हैं जिनके घर में जितना बड़ा और महंगा टीवी वह उतना ही अमीर और वर्तमान में ही नहीं पुराने समय में अर्थात जब टीवी का आविष्कार हुआ तब भी यह सबके पास नहीं था

अब आपके मन में कई प्रश्न आ रहे होंगे कि टेलीविजन का आविष्कार किसने किया, भारत में टीवी कब आया, सबसे पहले कोनसा टीवी आया तथा दूरदर्शन कैसे कार्य करता है इन सभी प्रश्नों के जवाब इस लेख में सरल भाषा में बताए गए हैं टेलीविजन के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करने के लिए लेख को अंत तक पढ़े।

टेलीविजन क्या होता है

Television को सभी टीवी (T.V.) के नाम से जानते हैं यह इसका संक्षिप्त नाम है Television ग्रीक और लैटिन भाषा से मिलकर बना शब्द है जिसमें ‘टेली’ ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका अर्थ दूरी पर होता है तथा ‘विजन’ लैटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ देखना होता है अर्थात जो दूर की वस्तु को दिखाए वह टेलीविजन है।

Television को हिंदी में दूरदर्शन कहा जाता है दूरदर्शन शब्द का शाब्दिक अर्थ दूर की वस्तु का निकट से दर्शन (देखना) होता है दूरदर्शन के द्वारा दूर की खबर, घटना, नाटक, समाचार को हम घर बैठे देख व सुन सकते है और ऐसा लगता है की सबकुछ निकट ही घटित हो रहा है टीवी विश्व का सबसे लोकप्रिय मनोरंजन का साधन बन चुका है।

टेलीविजन एक श्रव्य-दृश्य संचार का माध्यम है रेडियो से हम सिर्फ खबर सुन सकते थे लेकिन टेलीविजन के माध्यम से खबर सुनने के साथ दिखाई भी देती है। टेलीविजन ने बदलते समय के साथ स्वयं को भी बदला रंग, आकार, ध्वनि, प्रकाश सभी में निरंतर बदलाव करता रहा और इसी कारण यह आज भी इतना लोकप्रिय है।

टेलीविजन पर कई सारे धारावाहिक, समाचार, शिक्षा, तथा कृषि के कार्यक्रम नियमित रूप से प्रसारित किए जाते है, समय की नियमितता से दर्शको को काफी लाभ मिलता है धारावाहिक कार्यक्रम व फ़िल्मों के पात्रों से तो दर्शक इस तरह जुड़ जाते है की वे Emotional Scene को देखकर स्वयं भावना में बहकर रो पड़ते हैं।

दूरदर्शन का इतिहास (History of Television)

दूरदर्शन एक वैज्ञानिक उपकरण है जो समाचार, फिल्में, तथा और कई कार्यक्रम श्रव्य दृश्य माध्यम से जनता तक पहुंचता है आजकल तो टेलीविजन के कार्य मोबाइल फोन मे भी हो जाते है लेकीन टेलीविजन की वो बड़ी स्क्रीन पर देखने की बात ही अलग है। आज दूरदर्शन ने काफ़ी प्रगति कर ली है लेकीन वर्तमान में भी इसे और आकर्षित व टेक्निकल बनाने के प्रयास चल रहे है तथा यूं कहना गलत नहीं होगा कि टेलीविजन लगातार प्रगतिशील पथ पर अग्रसर रहेगा।

अब टेलीविजन के इतिहास की बात करे तो रेडियो के आविष्कार के बाद वेज्ञानिको ने टेलीविजन पर कार्य शुरू कर दिया सबसे पहले 25 मार्च 1925 को लंदन के एक स्टोर में जॉन लोग बेयर्ड ने ब्लैक एंड व्हाइट मेकेनिकल सिस्टम पर आधारित The Televisior नाम का टेलीविज़न बनाया उनके इस प्रयास के बाद उन्हें टेलीविजन का आविष्कारक व टेलीविजन का जनक कहा गया।

फिलो फोंसवर्थ ने 7 सितम्बर 1927 में इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन का निर्माण किया तथा फिलो फोंसवर्थ ने 3 सितंबर 1928 को इलेक्ट्रॉनिक दूरदर्शन का सार्वजनिक प्रदर्शन किया, 1940 में टीवी का पूर्ण इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च हुआ।

मेकेनिकल व इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन के निर्माण के बाद टेलीविजन में और तकनीक लाने तथा रोचक बनाने के लिए जॉन बेयर्ड की कम्पनी ने पहला रंगीन टेलीविजन 1940 में बनाया जिसे संसार के समक्ष 1946 में प्रस्तुत किया गया। एक शोध से पता चला कि अमेरिका में सन 1948 में लाखों टेलीविजन बेचे गए।

भारत में टेलीविजन 1950 में ही आ गया था मद्रास की एक प्रदर्शनी में इसे रखा गया एवम पहली बार दूरदर्शन का प्रसारण 15 सितम्बर 1959 को किया गया, जिसका उद्गाटन दिल्ली के आकाशवाणी भवन में तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमान राजेंद्र प्रसाद जी के करकमलों द्वारा किया गया।

पूर्व में टेलीविजन के कार्यक्रम को ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से दिखाया जाता था और सप्ताह में दो दिन एक घंटे का प्रसारण होता था लेकिन अब मन करे तब टीवी चालु करके प्रोग्राम देख सकते है।

दूरदर्शन को 1976 में ऑल इंडिया रेडियो से अलग किया गया तथा दूरदर्शन के अलग अलग केंद्र बन गए अब साइट प्रोजेक्ट से शिक्षा, कृषि, परिवार नियोजन व स्वास्थ्य आदि विषय पर कार्यक्रम चलाए गए।

भारत में इनसेट -1 ए के माध्यम से 1982 में एशियाई खेलों के Live प्रदर्शन के समय रंगीन टेलीविजन शुरू हुए। टीवी पर समाचार, फिल्में, तथा कई धारावाहिक (रामायण, महाभारत, हमलोग, बुनियाद, एरहोस्टेज) आते थे जिनसे लोगो के मनोरंजन के साथ ही धार्मिक ज्ञान भी बढ़ता।

“वायु तरंगों पर भारत का एकाधिकार नहीं हो सकता” यह आदेश 1995 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किया जिसके बाद 1997 में ऑल इंडिया रेडियो व दूरदर्शन का निगमीकरण कर दिया गया उसके पश्चात दूरदर्शन अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय तीस चैनल के साथ भारत का सबसे बड़ा प्रसारक बनकर उभरा।

1984 तक दूरदर्शन चल रहा था लेकिन 1984 में पहला News चैनल NDTV (New Delhi Television Ltd.) आया इसके बाद स्टार नेटवर्क भारत में आया और कई चैनल चलाए। 1992 में पहला प्राइवेट चैनल Zee TV टेलीविजन पर आया और उसके बाद इस दौर ने रुकने का नाम नहीं लिया, वर्तमान में एक हजार से ज्यादा सरकारी व निजी चैनल बन चुके है।

टेलीविजन का आविष्कार किसने किया

अब तक हमने टेलीविजन के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की है हमे ध्यान होना चाहिए की टेलीविजन का आविष्कार किसी एक व्यक्ति ने नहीं किया बल्कि कई लोगो ने बारी बारी से पृथक रूप से टीवी का आविष्कार किया है। सबसे पहले 1925 में जोन लॉग बेयर्ड ने मेकेनिकल टेलीविजन का आविष्कार किया उसके बाद 1927 में फिलो फार्नवर्थ ने इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन का निर्माण किया।

चार्ल्स फ्रांसिस जेंकिंसन को भी टेलीविजन का अविष्कारक माना जाता है यदि हमे कोई टेलीविजन के आविष्कारक का नाम पूछे तो उसके उत्तर में ये तीनों नाम उचित होंगे। टीवी को कंट्रोल करने वाले रिमोट कंट्रोल का आविष्कार 1950 में जेनिथ ने किया जेनिथ का बनाया गया रिमोट टीवी से Wire से जुड़ा होता था और 1955 में यूजीन पोली ने रेडियो वेव वाला रिमोट कंट्रोल बनाया।

टेलिविज़न कैसे कार्य करता है

टीवी चालु करते ही उसमें कुछ चित्र नज़र आते है और साथ ही कुछ आवाजे भी सुनाई देती है टेलीविजन एक वैज्ञानिक उपकरण है जिसके कार्य करने में ट्रांसमिटर, एंटीना, वीडियो कैमरा, पिक्चर ट्यूब, व छोटे स्पीकर आदि सहायक होते है। टीवी के सभी उपकरण ज्यादा पेसो के होते है तथा यह विद्युत उपकरण है अतः इसमें बिजली का खर्चा भी होता है।

टेलीविजन मे दृश्य को Electronic प्रतिबिंब में बदलने का कार्य वीडियो कैमरा करता है, ट्रांसमीटर/उपग्रह की Help से इसका संप्रेषण होता है एंटीना इन प्रतिबिंब को खींचता है और पिक्चर ट्यूब में भेजता है। पिक्चर ट्यूब की मदद से इन प्रतिबिंब के Real दृश्य को Television के पर्दे पर दिखाया जाता है।

टेलीविजन में दृश्य व ध्वनि दोनो को सही तरीके से सेट किया जाता है तथा मुख्य रूप से इसका प्रयोग मनोरंजन के लिए किया जाता है।अब टेलीविजन कहो या दूरदर्शन यह हर व्यक्ति की आदत बन गया है बच्चों के कार्टून छोटा भीम, डोरमोन, Tom and Jerry, मोगली आदि तथा बूढ़े लोगो की पसंदीदा रामायण, महाभारत, श्री कृष्ण, हनुमान, बाल गणेश, आदि कार्यक्रम नियमित रूप से प्रसारित होते है।

कई शिक्षाप्रद कहानियां व फिल्में भी टेलीविजन के माध्यम से जनता तक प्रसारित की जाती है। टेलीविजन पर किसी भी कार्यक्रम के बिच बिच में Advertisement आते है जिनके माध्यम से दूसरी कंपनियां अपने सामान को बेचने का प्रचार करती है।

टेलीविजन से जुड़े रोचक तथ्य

BBC (British Broadcasting Co-orporation) ने दुनिया की पहली टेलीविजन सेवा शुरू की।

1936 में टीवी मात्र 12 inch. का होता था।

भारत का राष्ट्रीय TV चैनल दूरदर्शन है।

DuMont कंपनी ने 1939 में TV बनाने का कार्य शुरू किया तथा पुरी दुनिया में खूब टीवी बेचे 1946 तक विश्व की सबसे बड़ी टेलिविज़न निर्माता कंपनी बन गई इसके बाद कई कंपनियों ने TV बनाने का कार्य किया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवंबर 1976 में पहले विश्व दूरदर्शन फोरम को स्थापित किया एवम इस दिन को ‘टेलीविजन डे’ के रुप में मनाया जाने लगा।

जापानी टेलीविजन कंपनी NHK ने 1981 में HD (High Definition) टीवी प्रस्तुत किया ।

एक व्यक्ति अपने पूर्ण जीवन काल में कुल लगभग दस वर्षों तक टीवी देखता है।

OLED Rollable TV अब तक का सबसे महंगा TV है इसकी कीमत 75 लाख रुपए है।

भारत में सबसे अच्छे TV SONY कंपनी के मिलते हैं, 65inch. 4K अल्ट्रा HD TV सोनी का प्रसिद्ध टीवी है।

भारत में डिटल कंपनी ने 32inch. का LED TV बाजार में लाया है डिटल का कहना है कि यह भारत की सबसे सस्ती TV है जिसकी कीमत मात्र 6,999 रूपए है।

Conclusion

एक छोटे आविष्कार से आज के टेलीविजन तक का सफर काफी कठिन और संघर्ष वाला था कहा जाता है की जितना मिला उसी को स्वीकार करो लेकीन यह बात यहा गलत सिद्ध होती है यदि पहले black and white टीवी को ही स्वीकार कर लिया जाता तो आज के आधुनिक टेलीविजन अस्तित्व में नहीं आए होते।

मेकेनिकल टेलीविजन के आविष्कार के बाद इलेक्ट्रिकल टेलीविजन का निर्माण किया गया तथा उसके बाद चित्रों को रोचक बनाने के लिए रंगीन टेलीविजन का आविष्कार किया गया। CTR से LCD और LCD से LED का सफर सरल नहीं था और इस पर भी टेक्नोलॉजी के साथ लगातार चलते हुए LED से QLED का निर्माण किया गया समय के साथ टीवी का रूप बदलता रहा और भविष्य में भी इसे और आकर्षक व रोचक बनाया जाएगा ऐसा मानना गलत नहीं होगा।

तो दोस्तो आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट कर जरूर बताए और आपको टीवी के बारे में कोई जानकारी हो जो इस लेख में नहीं बताई गई हो वह भी कमेंट कर बताए धन्यवाद।

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