आज की इस पोस्ट में हम आपको Akbar Birbal Story in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से आसानी से डाउनलोड कर सकते है।
अकबर एक बादशाह तो वही दूसरी ओर बीरबल एक हिन्दू राजा था, जो की अकबर के दरबार में दरबारी था। पूरी दुनिया में अकबर बीरबल के किस्से बहुत ही प्रचलित है। इनके किस्सों को अत्यधिक लोगो के द्वारा पसंद किये जाते है। जिसका मुख्य कारण अकबर और बीरबल चुटकले मजेदार होने के साथ-साथ हमारे लिए प्रेरणा दायक भी होते है।
इस पोस्ट में हम आपको Akbar Birbal Stories Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने जा रहे है, साथ ही अकबर बीरबल की कहानी से सम्बन्धित जानकारी प्रदान करने वाले है। अकबर बीरबल की कहानी के बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक जरूर पढ़े।
Akbar Birbal Story in Hindi PDF Details
Pdf Title | Akbar Birbal Story in Hindi PDF |
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Language | Hindi |
Category | Story |
Total Pages | 8 |
Pdf Size | 660 KB |
Download Link | Available |
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Akbar Birbal Story in Hindi PDF
यहां हम आपको कुछ रोचक कहानियाँ उपलब्ध करवाने जा रहे है, जो की निम्न है :-
1. चोर की दाढ़ी में तिनका
यह कहानी बीरबल की चतराई और तेज बुद्धि को प्रदर्शित करती है। अकबर सदैव ही बीरबल से अजीबोगरीब सवाल किया करते थे। एक बार अकबर ने अपनी कीमती अंगूठी को छिपा दिया तथा उस अंगूठी को अपने दरबार के सरदार को दे दिया।
अब अकबर ने इस बात को बीरबल के सामने सम्पूर्ण सभा में पेश किया। अकबर ने बीरबल से कहा की मैंने अपनी अंगूठी को प्रातः काल में शौच करने से पूर्व अपनी अंगुली से निकालकर रख दिया, लेकिन कुछ ही समय बाद जब मै शौच करकर वापस आया तो मेरी अंगूठी वहां पर मौजूद नहीं थी।
बीरबल बहुत ही चतुर और बुद्धिमान था, वह बादशाह की इस बात को बहुत ही ध्यानपूर्वक सुन रहा था। बीरबल ने बादशाह से शौचालय से पूर्व उस जगह के बारे में पता पूछा जहां अंगूठी रखी थी। तब बादशाह ने एक अलमारी के बारे में जानकारी दी।
बीरबल, बादशाह सहित दरबारी सरदार, तीनो उस जगह पर चले गए जहां पर अंगूठी रखी हुई थी। बीरबल उस अलमारी के पास गया और अपने कान को सहारा देते हुए उस अलमारी से कुछ सुनने का नाटक किया।
कुछ देर बाद बीरबल ने अकबर से कहा की इस अमारी में साफ लिखा है की जिस किसी भी चोर ने इस अंगूठी को चोरी किया है, उसकी दाढ़ी में तिनका है। ऐसे में वह सरदार उस समय वही मौजूद था। वह बहुत ही घबरा गया और अपनी दाढ़ी को टटोलने लगा।
तुरंत बीरबल ने उस सरदार को पकड़ लिया और उसे बादशाह के सामने पेश किया और कहा जाहपना यही आपकी अंगूठी का चोर है। लेकिन यह बात बादशाह अकबर पहले से ही जानते थे। इस प्रकार बादशाह अकबर बीरबल की इस चतुराई और तेज बुद्धि से बहुत ही प्रसन्न हुए और साथ ही भरे दरबार में बीरबल की प्रंशसा हुई।
2. कवि और अमीर आदमी
एक बार एक कवि एक आमिर आदमी के घर मिलने गया। कवि ने इस उम्मीद के साथ उस अमीर आदमी को कविताये सुणाई जिसके फलस्वरूप अमीर आदमी उस कवि को ईनाम दे सके। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और उस अमीर आदमी ने कवि को कल आने के लिए कहा।
कवि अपने घर पर चला गया और यह सोच कर कर सो गया की शायद कल उसे अच्छा ईनाम मिलेगा। कवि अगले दिन उस अमीर व्यक्ति के घर चला गया। अमीर व्यक्ति ने कवि से कहा की जिस प्रकार आपने कल मुझे कविताये सुनाकर खुश कर दिया, उसी प्रकार मैंने भी आपको बुलाकर खुश कर दिया। अब हमारा हिसाब बराबर।
कवि यह सुनकर बहुत ही दुखी हुआ। उसने घर जाकर यह बात अपने मित्र को बताई। मित्र ने इस बात को बीरबल के सामने पेश किया। बीरबल बहुत ही चतुर और बुद्धिमान था। उसने एक योजना तैयार की।
बीरबल ने कवि के दोस्त से कहा की आप उस अमीर आदमी से मित्रता करों और उसे कुछ दिनों बाद अपने घर पर भोजन के लिए आमंत्रित करो। साथ ही अपने दोस्त कवि को भी आने को कहो।
कुछ दिनों बाद कवि के दोस्त ने उस अमीर आदमी को भोजन का निमंत्रण भेजा। साथ ही कवि को भी आमंत्रित किया। बीरबल की योजना भी पूर्ण तरह से तैयार थी। अमिर आदमी वहां पर आया और कुछ समय भोजन का इंतजार किया। उधर बीरबल और कुछ अन्य मित्रगण अपनी आपसी बातों में मग्न थे।
अमीर आदमी को इंतजार करते करते बहुत समय बिट चूका था। एक निश्चित सहन शक्ति की सीमा के बाद अमीर आदमी ने कवि के मित्र से पूछ लिया की मुझे भोजन के लिए आमंत्रित किया लेकिन अभी तक भोजन का कोई भी नामनिशान नहीं। क्या भोजन का समय अभी का नहीं है।
तब बीरबल ने पूछा कैसा खाना। खाना नहीं रखा गया है। केवल आपको खुश करने के लिए हमने आपको रात के खाने के लिए किया था। उस मिर आदमी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। अमीर आदमी ने जवाब देते हुए कहा की एक अतिथि को आमंत्रित करके उसका अपमान करना अच्छी बात नहीं है।
उस समय उस कवि को वहा पेश किया और बीरबल ने कहा की जिस प्रकार आपने इस कवि के साथ धोखा किया उसी प्रकार हमने भी आपके साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया।
इस प्रकार उस अमीर आदमी ने अपनी गलती को स्वीकार किया और बाद में उस कवि को ईनाम के रूप में धन दिया। उस दौरान वहां खड़े सभी लोगो ने बीरबल को प्रंशसा की नजर से देखा।
यदि आप इसी तरह की अकबर बीरबल की मजेदार और रोमांचक कहानियों को पढ़ना चाहते है, तो उन्हें पोस्ट में Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाया गया है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आसानी से डाउनलोड कर सकते है और अपने दोस्तों को शेयर कर सकते है।
FAQs : Akbar Birbal Comics in Hindi
बीरबल की मृत्यु कैसे हुई?
फ़रवरी 1586 में बीरबल ने उतर-पश्चिम भारतीय उपमहाद्वीप में अशांति को कुचलने के लिए एक सेना का नेतृत्व किया। उस दौरान विद्रोही जनजाति के आक्रमण में सेना के साथ बीरबल को घात लगाकर मर दिया गया।
बीरबल किसे पसंद नहीं था?
शहंशाह अकबर के दरबार में ऐसे कई दरबारी थे, जो बीरबल से उनकी बुद्धि और चतुराई के कारण ईर्ष्या करते थे। इन्ही में से दिग्विजय बीरबल से कुछ अधिक ही ईर्ष्या करता था।
Akbar Birbal Story in Hindi PDF कैसे डाउनलोड करें?
अकबर बीरबल की कहानियों को Pdf फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।
Conclusion :-
इस पोस्ट में Akbar Birbal Story in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही अकबर बीरबल की कुछ रोचक कहानियों के बारे में जानकारी दी गयी है। उम्मीद करते है की Hindi Stories Pdf फॉर्मेट में डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई होगी।
यह पोस्ट आपको अवश्य ही पसंद आयी होगी। यदि आपको Birbal ki Kahaniyan Pdf को डाउनलोड करने में कोई समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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