Autobiography of a Yogi PDF in Hindi | Get Here

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi मुफ्त में उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download Link की सहायता से आसानी से फ्री में Download कर सकते है।

हजारो पुस्तके जो हर वर्ष प्रकाशित होती है, उनमे से कुछ मनोरंजक होती है, कुछ शिक्षा प्रदान करती है तो कुछ ज्ञानवर्धक होती है। इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसी पुस्तक उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसके अंतर्गत आपको यह तीनो काम इसी पुस्तक में मिल जायेंगे। यह एक ऐसी पुस्तक है, जो आपके मन और आत्मा के द्वार को खोल देती है।

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Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi Details

Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi
PDF Title Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi
Language Hindi
Category Book
PDF Size 16.5 MB
Total Pages 736
Download Link Available
PDF Source
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Autobiography of a Yogi PDF in Hindi

योगानंद की आत्मकथा का महत्व इस तथ्य के प्रकाश में बहुत अधिक बढ़ जाता है कि यह भारत के ज्ञानी पुरुषो के विषय में अंग्रेजी में लिखी गयी गिनी चुनी पुस्तकों में से एक है, जिसके लेखक न तो पत्रकार है और न कोई विदेशी। बल्कि वे स्वयम वैसे ही ज्ञानी महापुरुषों में से एक है।

सारांश यह कि योगियों के विषय में स्वयं एक योगी द्वारा लिखी गयी पुस्तक है। एक प्रत्यक्षदर्शी के नाते आधुनिक हिन्दू-संतो की असाधारण जीवन-कथाओं एवं अलौकिक शक्तियों के वर्णनों से युक्त इस पुस्तक का सामयिक और सर्वकालिक, दोनों दृष्टियों से महत्व है।

यह पुस्तक निःसंदेह असाधारण जीवन-कथा हिन्दू मन तथा ह्रदय की गहराइयों एवं भारत की आध्यात्मिक सम्पदा पर अत्यधिक प्रकाश डालने वाली पश्चिम में प्रकाशित पुस्तकों में से एक है।

मेरे माता-पिता एवं मेरा बचपन | अध्याय 1

परम् सत्य की खोज और उसके साथ जुड़ा गुरु-शिष्य संबंध प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति की विशेषता रही है। इस खोज के मेरे अपने मार्ग ने मुझे एक भगवत्स्वस्वरूप सिद्ध पुरुष के पास पहुंचा दिया जिनका सुघड़ जीवन युग-युगांतर का आदर्श बनने के लिए तराशा हुआ था।

वे उन महान विभूतियों में से एक थे, जो भारत का सच्चा वैभव रहे है। ऐसे सिद्धजनों ने ही हर पीढ़ी में अवतरित होकर अपने देश को प्राचीन मिश्र एवं बेबीलोन के समान दुर्गति को प्राप्त होने से बचाया है। मुझे याद आता है, मेरे शैशव काल में पिछले जन्म की घटनाओ की स्मृतियाँ मेरे स्मृतिपटल पर उभर रही थी।

तथापि ये स्मृतियाँ उन घटनाओ के घटित होने के क्रम के अनुसार नहीं थी। बहुत पहले के एक जन्म की स्पष्ट स्मृतियाँ मुझ में जागती थी। जब मै हिमालय में रहने वाला एक योगी था। अतीत की इन झांकियो ने किसी अज्ञात कड़ी से जुड़कर मुझे भविष्य की भी झलक दिखाई।

शिशु अवस्था की असहाय के अवमाननाओं की स्मृति मुझमे अभी भी बनी हुई है। चल-फिर पाने में और अपनी भावनाओं को मुक्त रूप से व्यक्त कर पाने में असमर्थ होने के कारण मै विक्षुब्ध रहता था। अपने शरीर की अक्षमताओं का भान होते ही प्रार्थना की लहरें मेरे भीतर उठने लगती थी।

मेरे व्याकुल भाव अनेक भाषाओ के शब्दों में मेरे मन में व्यक्त होते थे। विविध भाषाओं के आंतरिक संभरं के बिच मै धीरे-धीरे अपने लोगो के बंगाली शब्द सुनने का अभ्यस्त होता गया। यह थी शिशु-मस्तिष्क की मन बहलाने की सीमा, जिसे बड़े लोग केवल खिलोने और अंगूठा चूसने तक ही सिम्मित मानते थे।

इस मानसिक विक्षुब्धता और मेरा साथ न देनेवाले शरीर के कारन कई बार मै झलाकर आकुलता से रो पड़ता था। मेरी आकुलता पर परिवार में सबको होने वाला विस्मय मुझे याद है। सुखद स्मृतिया भी अनेक है : मेरी माँ का दुलार और तुतलाने तथा लड़खड़ा के चलने के आरम्भिक प्रयास।

इन आरम्भिक सफलताओं को सामान्यतः जल्दी ही भुला दिया जाता है, परन्तु फिर भी ये आत्मविश्वास की स्वाभाविक आधार शिलाये होती है। मेरी इन सुदूरगामी स्मृतियों का होना कोई अपूर्व बात नहीं है। अनेक योगियों के विषय में ज्ञात है कि उन्होंने जन्म-मृत्यु के नाटकीय अवस्था परिवर्तन में भी अपने आत्मबोध को बनाये रखा।

यदि मनुष्य केवल शरीर होता तो निःसंशय उसकी मृत्यु के साथ ही उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता। किन्तु यदि युग-युगांतर से सिद्ध महात्माओं ने सत्य प्रतिपादित किया है तो मानव मूलतः : अशरीर, सर्वव्यापी आत्मा है।

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FAQs: Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi

Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi Free Download कैसे करे?

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योगी की आत्मकथा में क्या लिखा है?

यह पुस्तक स्वामी परमहंस योगानंद जी की जीवन यात्रा और उनके अनुभवों की एक यात्रा है। वह अपनी शुरुआत, अपने गुरुओं, उनके द्वारा देखे गए चमत्कारों और उनके द्वारा अनुभव किए गए चमत्कारों के बारे में लिखते हैं। पहले से ही कई लोगों के जीवन को बदल चुकी है, यह पुस्तक बस लोगों को जीवन में चमत्कारों – आनंद के चमत्कारों के लिए खुलने के लिए प्रेरित करती है।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Autobiography Of a Yogi PDF in Hindi मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। उम्मीद करते है कि Autobiography Of a Yogi PDF Free Download in Hindi करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

आशा करते है कि यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Autobiography Of a Yogi in Hindi PDF Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर अपने अधिक से अधिक दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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