दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको Godan in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से आसानी से फ्री में डाउनलोड कर सकते है।
गोदान उपन्यास की रचना भारत के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कथाकार मुंशी प्रेमचंद के द्वारा की गयी थी। साथ ही गोदान उपन्यास को प्रेमचंद का अंतिम उपन्यास माना गया है, जिसके अंतर्गत भारत के ग्रामीण समाज और परिवेश का जीता जागता चित्रण किया गया है। इस उपन्यास में प्रेमचंद ने किसान के जीवन का विस्तृत रूप से चित्रण किया है।
इस पोस्ट में हम आपको गौदान उपन्यास Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने वाले है, साथ ही गौदान से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है। यदि आप गौदान उपन्यास के बारे में विस्तार से जानना चाहते है, तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े।
Godan in Hindi PDF Details
PDF Title | Godan in Hindi PDF Details |
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Language | Hindi |
Category | Book |
PDF Size | 16.8 MB |
Total Pages | 290 |
Download Link | Available |
PDF Source | – |
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गोदान हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि | Godan in Hindi PDF
मुंशी प्रेमचंद द्वारा समाज में घटित हुई घटना को अपने उपन्यास में चित्रण किया गया है। इनके द्वारा रचित उपन्यास पूरी दुनिया में उनको वह पहचान दी है, जो किसी ओर को नहीं मिल पायी है। अर्थात मुंशी प्रेमचंद की रचनाये भारतीय ग्रामीण जीवन का आयना है। मुंशी जी के उपन्यास आदर्शो की बात करते है, जमीन से जुड़े है।
गोदान को पढ़ते समय आपको ऐसा लगेगा मानो यह आपकी ही, आपके आस-पास की कहानी हो। इसका मुख्य कारण यही रहा है कि विश्व की प्रत्येक भाषा में इस उपन्यास का अनुवाद किया गया है।
गोदान | Summary
इस कहानी में होरीराम और धनिया मुख्य पात्र है। कहानी के शुरू में होरीराम अपने बेलो को पानी पिलाकर जमींदार से मिलने के लिए रवाना हो जाता है। रवाना होते समय होरीराम अपनी पत्नी से बैलों के गोबर उठाने के लिए कहता है।
धनिया गोबर के उपले पाठकर आयी और बोली कुछ रास-पानी कर लो, ऐसे आपको क्या जल्दी लगी है। होरीराम ने अपने माथे के सल पटकते हुए धनिया से कहा कि तुम्हे रास पानी की पड़ी है, मुझे तो यह चिंता हो रही है कि पहले से देर हो गयी और जिसके कारण मालिक से भेंट न हो पायेगी।
मालिक स्नान पूजा में लग जायेंगे तो घंटो लग जायेंगे। फिर वापस धनिया होरी के इस बात का जवाब देते हुए कहती है कि इसीलिए तो कह रही हु कुछ जलपान कर लो और वैसे आज नहीं जाओगे तो क्या फर्क पड़ जायेगा। अभी आप उनसे परसों ही तो मिलने गए थे।
होरीराम गुस्से पूर्वक कहता है कि तूम्हे यदि बात समझ में नहीं आती है तो उसमे फालतू की टांग क्यों अड़ाती है। तू मेरे को मेरी लाठी दे दे और अपना काम कर।
धनिया इतनी व्यवहार में मृदुल नहीं थी। उसने शादी के बाद सहे गए सभी दुखो को होरी के सामने सुनाया। किस प्रकार उसने अपनी गरीबी को सहा है। होरी और धनिया के छ संतान थी। जिसमे से अब केवल तीन ही बची है।
गरीबी के कारण जो बच्चे मर गए थे, उनका सही इलाज नहीं करवा पाए। यदि उनका उस समय इलाज करवा दिया जाता तो आज शायद वे भी जिन्दा रहते थे। इस प्रकार धनिया होरी के सामने अपनी दुःख भरी व्यथा को सुनाने लग जाती है।
यदि आप इस रोचक उपन्यास के अंतर्गत होरी और धनिया की कहानी को को पूरा पढ़ना चाहते है तो इस पोस्ट में दी गयी Pdf को डाउनलोड कर सकते है, जिसके अंतर्गत इस सम्पूर्ण उपन्यास को उपलब्ध करवाया गया है।
FAQs:- Godan Hindi PDF
गोदान की कहानी क्या है?
गोदान से हमें क्या सीख मिलती है?
गोदान की मुख्य समस्या क्या है?
Godan in Hindi PDF कैसे डाउनलोड करें?
Conclusion:-
इस पोस्ट में Godan in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही गोदान से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद करते है कि Godan Pdf डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।
यह पोस्ट आपको अवश्य ही पसंद आयी होगी। यदि आपको Godan Upanyas Pdf डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Godan Book Pdf को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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