Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF | भारतीय नदियों का मानचित्र 2024

नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम आपको Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से आसानी से डाउनलोड कर सकते है।

भारत में मुख्यतः चार नदी प्रणाली तंत्र है। जिसमे से यदि उत्तरी भारत की बात करें तो सिंधु नदी तंत्र का विस्तार है, जिसकी अनेको सहायक नदियाँ है। मध्य भारत में भारत का सबसे विशाल नदी गंगा का विस्तार है, भारत के मैदानी भागो में प्रवाहित होती है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पूर्वी भारत में ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली का विस्तार है।

साथ ही यदि प्रायद्वीपीय भारत के सन्दर्भ में बात करें तो कावेरी, नर्मदा और महानदी नदियों का जाल फैला हुआ है। इस पोस्ट में हम आपको भारत की नदियों के मैप को Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने जा रहे है , साथ ही भारत की नदियों की मुख्य विशेषताओं के बारे में जानकारी देने वाले है।

यदि आप भारत की नदियों इस विस्तृत जाल के बारे में जानना चाहते है, तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े, जो आपके प्रतियोगी परीक्षा के दृष्टिकोण से काफी मददगार साबित होगी।

Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF Details

Pdf Title Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF
Language Hindi
Category Education
Total Pages 1
Pdf Size 503 KB
Download LinkAvailable
NOTE - यदि आप Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF फ्री में डाउनलोड करना चाहते है तो नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आसानी से डाउनलोड कर सकते है। 

भारत की प्रमुख नदियाँ

Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF

नदी शब्द प्रणाली अथवा अपवाह तंत्र से तात्पर्य नदी सहित उसकी सहायक नदियों से है। भारत में नदियों को मुख्य रूप से दो भागो में विभाजित किया गया है, जो की निम्नलिखित है –

(A). हिमालयी नदियाँ

जिन नदियों का उद्गम स्थल हिमालय से है, उन्हें हिमालयी नदियों की श्रेणी में वर्गीकृत गया है। हिमालय से निकलने वाली नदियाँ उत्तरी मैदानों में बहती है। हिमालयी नदियाँ बारहमासी नदिया होती है। हिमालयी नदी तंत्र में आने वाली नदियाँ निम्न है –

  1. सिंधु नदी तत्न्त्र
  2. गंगा-नदी तंत्र
  3. यमुना नदी तंत्र
  4. ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र

1 . सिंधु नदी तंत्र :-

सिंधु नदी भारत की सबसे प्राचीन नदी है। इस नदी का उलेख हिन्दू धर्म ग्रंथो तथा पौराणिक कथाओं में मिलता है। सिंधु नदी को “पुराणिक नदी” के नाम से जाना जाता है। सिंधु नदी का उद्गम स्थल तिब्बत के मानसरोवर झील के निकट से है। यह नदी पश्चिम की ओर बहती हुई जम्मू-कश्मीर से भारत में प्रवेश करती है।

इसके बाद यह आगे चलकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब से बहती हुई यह पाकिस्तान में प्रवेश करती है। जिसके बाद कराची के निकट अंत में अरब सागर में गिरती है।

2. गंगा नदी तंत्र :-

गंगा नदी तंत्र भारत का सबसे बड़ा नदी तंत्र है। गंगा नदी का उद्गम गंगोत्री नामक ग्लेशियर से होता है। भागीरथी नदी देवप्रयाग में अलकनंदा नामक दूसरी धारा से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती है। गंगा के दाहिने और बाएं दोनों तरफ से सहायक नदियाँ मिलती है।

गंगा नदी भारत के उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों में प्रवाहित होती है। गंगा नदी अंत में बंगाल की कड़ी में विलीन हो जाती है।

3. यमुना नदी तंत्र :-

यमुना नदी उत्तर भारत की एकमात्र नदी प्रणाली है। यमुना नदी का उद्गम यमनोत्री से होता है। यह नदी भारत के उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और हरियाणा राज्यों में प्रवाहित होती है। यमुना नदी अंत में इलाहबाद में गंगा नदी में मिल जाती है।

4. ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र :-

ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत में हिमालय के अंग्सी नामक गलिशयर से होता है। तिब्बत में इस नदी को सांगपो नदी के नाम से जाना जाता है। ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश से भारत मे प्रवेश करती है। अरुणाचल में इस नदी को दिहांग नदी के नाम से जाना जाता है। भारत के बाद यह नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है और अंत में बंगाल की खाड़ी में गिरती है।

(B). प्रायद्वीपीय नदियाँ

प्रायद्वीपीय नदियों का उद्गम पश्चिमी घाट से होता है। पश्चिमी घाट एक जल विभाजक का भी निर्माण करते है, जिसके अंतर्गत प्रायद्वीपीय नदियाँ या तो पूर्व की ओर बंगाल की कड़ी में गिरती है या फिर पश्चिम की ओर अर्ब सागर में गिरती है। इसके अतिरिक्त प्रायद्वीपीय नदियाँ पूर्णतया वर्षा पर आधारित होती है।

प्रायद्वीपीय नदियों का प्रवाह गर्मी के दिनों अत्यंत धीमा हो जाता है, जिसका मुख्य कारण यह नदियाँ वर्षा पर आधरित होने के कारण गर्मी के दिनों में सुख जाती है।

प्रायद्वीपीय नदी तंत्र में आने वाली नदियाँ निम्न है –

  1. महानदी
  2. गोदावरी
  3. कृष्णा
  4. कावेरी

1. महानदी :-

महानदी पूर्व-मध्य भारत की मुख्य नदी है। महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ के सिहावा पहाड़ो से है। यह नदी भारतीय उपमहाद्वीप की किसी भी अन्य नदी की तुलना में अधिक गाद जमा करती है।

2. गोदावरी :-

गोदावरी नदी भारत में गंगा नदी के बाद दूसरा सबसे लम्बा मार्ग तय करती है। यह नदी महाराष्ट्र त्र्यंबकेश्वर से निकलती है। गोदावरी नदी भारत के महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उड़ीसा (ओडिशा), तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और राज्यों से होकर बहती है। इसे दक्षिण गंगा के नाम से भी जाना जाता है।

3. कृष्णा:-

कृष्णा भारत की तीसरी सबसे लंबी नदी है जिसकी लंबाई लगभग 1,300 किमी है। महाराष्ट्र के महाबलेश्वर क्षेत्र से निकलकर यह कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से होकर बहती है और अंत में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।

4. कावेरी:-

कावेरी नदी का उद्गम कर्नाटक के कोगाडु में ताला कावेरी में ब्रह्मगिरि पहाड़ी पर एक झरने के रूप में होता है। यह तीन राज्यों, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में लगभग 805 किलोमीटर तक बहती है, पुड्डुचेरी को थोड़ा छूती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है।

FAQs : Bharat Ki Nadiya Map

भारत में कुल कितनी नदियां बहती हैं?

भारत में छोटी-बड़ी लगभग 200 मुख्य नदियां हैं।

भारत की सबसे सुंदर नदी कौन सी है?

गंगा नदी को भारत की सबसे सूंदर और पवित्र नदी माना जाता है।

सबसे ज्यादा नदी कौन से राज्य में है?

भारत के मध्यप्रदेश राज्य में सर्वाधिक नदियाँ है।

दुनिया की सबसे लंबी नदी कौन है?

अफ्रीका में प्रवाहित होने वाली नील नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदी है, जिसकी लम्बाई लगभग 6650 किलोमीटर यानी 4132 मील है।

Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF कैसे डाउनलोड करें?

भारत की नदियों के मैप को Pdf फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Bharat Ki Nadiya Map in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही भारत की मुख्य नदियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद करते है कि Bharat Ki Nadiya Pdf डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Bharat Ki Nadiya Map Pdf in Hindi डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Indian River Map in Hindi Pdf को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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