Buddha Books in Hindi PDF | Download Free

आज की इस पोस्ट में हम आपको Buddha Books in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने वाले है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक की सहायता से आसानी से फ्री में डाउनलोड कर सकते है।

इस पोस्ट में हम आपको बुद्धा पुस्तक को उपलबध करवाने जा रहे है, जो मुख्य रूप से बौद्ध धर्म के बारे में विस्तार पूर्वक व्याख्या करती है। बौद्ध धर्म सबसे पौराणिक धर्म में से एक है। ऐसा माना जाता है कि बौद्ध धर्म की स्थापना आज से लगभग 2600 वर्ष पूर्व भगवान बुद्ध के द्वारा की गयी थी।

यदि आप बुद्धा पुस्तक को मुफ्त में डाउनलोड करना चाहते है तथा इससे सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े, जो आपके लिए काफी मददगार साबित होगी।

Buddha Books in Hindi PDF Details

Buddha Books in Hindi PDF
Pdf Title Buddha Books in Hindi PDF
Language Hindi
Category Religion
Total Pages 610
Pdf Size 16.7 MB
Download Link Available
NOTE - यदि आप Buddha Books in Hindi PDF फ्री में डाउनलोड करना चाहते है तो नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करे। 

Buddha Books in Hindi PDF | विषय सूचि

  1. महान बुद्ध
  2. बुद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धांत
  3. बुद्ध धर्म के आचार सम्बन्धित आज्ञाएं
  4. बौद्ध संघ
  5. बौद्ध धर्म के भेद
  6. बौद्ध के धर्म साम्राज्य का विस्तार
  7. बौद्ध धर्म साहित्य
  8. बौद्ध काल में सामजिक जीवन
  9. बौद्ध धर्म में स्त्रियों का स्थान
  10. महान बुद्ध सम्राट अशोक
  11. बौद्ध काल का सामाजिक जीवन
  12. एक राज कनिष्ठ अंतिम बौद्ध सम्राट
  13. दो अमर बौद्ध भिक्षु
  14. बुद्ध गया
  15. नालंदा विश्वविद्यालय
  16. बौद्ध धर्म का अस्त

Buddha Books in Hindi PDF | बुद्ध और बौद्ध धर्म

इस पुस्तक में आपको बुद्ध धर्म का इतिहास उपलब्ध करवाया गया है। इस पुस्तक के लेखक आचार्य श्रीचतुरसेन शास्त्री है। भारत वर्ष में लगभग 2600 वर्ष पूर्व मगध साम्राज्य का बड़ा भारी प्रताप था। मगध राज्य का विस्तार वर्तमान में दक्षिण बिहार में गंगा के दक्षिण शोमा नदी तक फैला हुआ था।

मगध की राजधानी राजगृह नगरी थी। मगध राज्य के उत्तर में लिछवियो का प्रबल गणतंत्र राज्य था। लिछवियो की राजधानी वैशाली थी, जो गंगा के उत्तर में स्थित थी।

वर्तमान में पूर्वी बिहार को प्राचीन काल में अंग देश के नाम से जाना जाता था। गंगा नदी के उत्तर-पश्चिम किनारों पर कौशलों का राज्य था। कौशलों की प्राचीन राजधानी अयोध्या थी, जो पूर्णतया उजाड़ चुकी थी।

उसके बाद कौशलों की नयी राजधानी श्रावस्ती बनी, जो पूर्णतया हरी-भरी थी। वही दूसरी ओर दक्षिण की ओर काशियों का प्राचीन राज्य स्थित था। जो श्रावस्ती के राजाओ के अधीन था।

रोहिणी नदी के दोनों किनारो के आमने सामने दो जातियां स्वतंत्र रूप से निवास कर रही थी। इन जातियों में एक “शाक्य” और दूसरी “कोली” जाति थी। इन जातियों की स्वतंत्रता उनके सामर्थ्य के आधार पर नहीं थी।

यदि आप इस भाग को विस्तारपूर्वक पढ़ना चाहते है, तो पोस्ट में दी गयी Pdf डाउनलोड कर सकते है, जिसके अंतर्गत प्रथम अध्याय महान बुद्ध को पढ़ सकते है।

बुद्ध की आचार सम्बन्धी आज्ञाएं

बुद्ध ने जिस प्रकार अपने पवित्रता,त्याग और सदाचार के आधार पर अपने सिद्धांतो का प्रचार किया था और जिस प्रकार से सफलता के साथ महान गुरु बन गए थे, उनकी आचार सम्बन्धी आज्ञायें कितनी महान थी, इस बात पर बिना गौर किये हम आगे नहीं बढ़ सकते।

यहाँ हम कुछ आज्ञाओ का उल्लेख करने वाले है, जो वास्तव में बौद्ध धर्म की शोभा है। बुद्ध की पांचो मुख्य आज्ञाएं लघु रूप में निम्न प्रकार है –

  1. कोई किसी भी जीव को न मारे।
  2. जो वास्तु न दी गयी हो, उसे न लें।
  3. झूठ नहीं बोलना चाहिए।
  4. नशे की वास्तु नहीं पीनी चाहिए।
  5. निकृष्ट आचरण नहीं करना चाहिए।

इन पांच नियमो के अतिरिक्त तीन नियम और दिए गए है, जो कि अत्यावशयक माने गए है। यह नियम तीन निम्न है –

  1. रात्रि में देर से भोजन नहीं करना चाहिए।
  2. कभी भी माला नहीं पहननी चाहिए और सुगन्धि भी नहीं लगानी चाहिए।
  3. सदैव ही भूमि पर सोना चाहिए।

ये आठों आज्ञाएं एक भिक्षु के लिए थी उसी प्रकार आवश्यक है, जिस प्रकार पंचशील गृहस्थों के लिए आवश्यक है ।

FAQs : Gautam Buddha Book in Hindi Pdf

बौद्ध धर्म में किसकी पूजा की जाती है?

भगवान गौतम बुद्ध जैन धर्म के आराध्य है। इसके अतिरिक्त उत्तरी भारत में भगवान श्री कृष्ण के आठवें अवतार के बाद गौतम बुद्ध को विष्णु का नौवां अवतार माना गया है।

क्या बौद्ध और हिंदू धर्म एक ही है?

हिन्दू धर्म और बौद्ध धर्म प्राचीन धर्म है, जिनकी उत्पति भारत में ही हुई है। इसके अतिरिक्त हिन्दू सम्प्रदाय में उत्तरी भारत के लोगो के स्वरा गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु को नौवा अवतार माना गया है। परन्तु बौद्ध धर्म के लोग इसे नहीं मानते है।

बौद्ध धर्म में मृत्यु के बाद क्या होता है?

ऐसा माना जाता है कि बौद्ध धर्म में व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके शव को बहुत ऊंची जगह पर ले जाया जाता है। बौद्ध धर्म के लोगों का मानना है उनके मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार आकाश में किया जाता है। तिब्बत में बौद्ध धर्म के मृत व्यक्तियों के लिए अंतिम संस्कार के लिए पहले से ही ऊंची जगह का इंतजाम कर दिया गया है।

Buddha Books in Hindi PDF कैसे डाउनलोड करें?

बुद्धा पुस्तक को Pdf फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए पोस्ट में दिए गए डाउनलोड लिंक पर क्लिक करके आसानी से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Buddha Books in Hindi PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही इस पुस्तक से सम्बंधित जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद करते है कि Gautam Buddha Books in Hindi Pdf डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Buddha Books Pdf डाउनलोड करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही Buddha Pdf in Hindi को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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