दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम Yoga Book in Hindi PDF निःशुल्क रूप से उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download बटन पर क्लिक करके आसानी से फ्री में Download कर सकते है।
योग हमारे जीवन में काफी ज्यादा महत्व रखता है। जिसे रोजाना अपनाने से हम स्वस्थ और एक चिंता मुक्त जीवन व्यतीत कर सकते है। योगासन हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखने की एक प्राचीन भारतीय प्रणाली है। सामान्यतः हमारे शरीर को एक ऐसी अवस्था में रखा जाए, जिससे हम स्वस्थ और सुख का अनुभव करे, योगासन कहलाता है।
यदि आप भी अपने जीवन में योग को अपनाना चाहते है और अपने शरीर को स्वस्थ और मन को एकाग्र रखना चाहते है तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़े। जिसके अंतर्गत योग की सर्वोत्तम पुस्तकों को PDF फॉर्मेट में उपलब्ध करवाया गया है, जिन्हे पढ़कर आप योगाभ्यास कर सकते है।
Yoga Book in Hindi PDF in Hindi
NOTE - आप नीचे दी गयी सारणी में उपलब्ध योग की विभिन्न पुस्तकों को Download Link पर क्लिक करके निःशुल्क रूप से Download कर सकते है।
S.NO. | PDF Title | PDF Size | Total Pages | Download Link |
---|---|---|---|---|
1. | योग दर्शन | 6 MB | 194 | Download |
2. | पतंजलि का योग सूत्र | 2 MB | 206 | Download |
3. | महर्षि पतंजलि 84 योग आसन | 3 MB | 38 | Download |
4. | स्वस्थ जीवन जीने का तरीका | 38 MB | 116 | Download |
5. | सम्पूर्ण योग विद्या | 23 MB | 667 | Download |
6. | आसन और प्राणायाम | 19 MB | 26 | Download |
7. | योग और शिक्षा | 5.5 MB | 138 | Download |
8. | योग प्रवाह | 6.4 MB | 294 | Download |
9. | भगवद गीता का योग | 10.3 MB | 241 | Download |
10. | धारव योग विज्ञान | 24 MB | 644 | Download |
11. | योग के चमत्कार | 7 MB | 228 | Download |
12. | योग की कुछ विभूतियाँ | 4 MB | 146 | Download |
योग का अर्थ | Yoga in Hindi PDF
योग का अर्थ :- योग संस्कृत के यज धातु से बना है, जिसका अर्थ है संचालित करना अथवा जोड़ना। अर्थ के अनुसार विवेचना किया जाए तो शरीर एवं आत्मा का मिलन ही योग की असली परिभाषा है। इसकी उत्पति भारत में लगभग 5000 ईसापूर्व में हुई थी। पहले यह विद्या गुरु-शिष्य परम्परा के तहत पुरानी पीढ़ी से नयी पीढ़ी को हस्तानातंरित होती थी।
लगभग 200 ईसापूर्व में महर्षि पतंजलि ने योग-दर्शन को युग-सूत्र नामक ग्रन्थ के रूप में लिखित रूप में प्रस्तुत किया। इसलिए महर्षि पतंजलि को योग का प्रणेता कहा जाता है। आज बाबा रामदेव योग नामक इस विद्या का देश-विदेश में प्रचार कर रहे है।
Yoga Book in Hindi PDF | योग का मानव जीवन में महत्व
योग का अर्थ है जोड़। योग मानव जीवन में मन और मस्तिष्क में ऊर्जा, शक्ति और सुंदरता को सम्मिलित करता है। योग एक ऐसी प्रक्रिया है जो न सिर्फ मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करती है, बल्कि आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने में भी मदद करता है।
योग को अपनाकर कोई भी आम व्यक्ति पूर्ण रूप से निरोगी रह सकता है एवं सफल, स्वस्थ और शांतिपूर्ण तरीके से अपने जीवन का निर्वाह कर सकता है। सामान्यतः यदि आप नियमित रूप से योग को अपनाते है तो इसके कई फायदे है। आज विश्वभर में योग को कई ज्यादा महत्व दिया जा रहा है।
योग की आवश्यकता तथा उपयोगिता | Yoga asanas in Hindi PDF
सामान्यतः शरीर के स्वस्थ रहने पर ही मस्तिष्क स्वस्थ और संतुलित रहता है। मस्तिष्क से ही शरीर की सभी क्रियाओ का नियंत्रण और संचालन होता है। इसके स्वस्थ और तनावमुक्त होने पर ही शरीर की साड़ी क्रियाये भली प्रकार से सम्पन्न होती है। इइस प्रकार हमारे शारीरिकी, मानसिक, बोद्धिकी और आध्याित्मिक विकास के लिए योगासन आवश्यक है।
योग का कार्य शरीर, मन एवं आत्मा के बीच संतुलन अर्थात योग स्थापित करना होता है। योग की प्रक्रियाओ में जब तन, मन और आत्मा के बिच संतुलन एवं योग स्थापित होता है तब आध्यात्मिक संतुष्टि शान्ति एवं चेतना का अनुभव होता है। योग शरीर को शक्तिशाली एवं लचीला बनाये रखता है। साथ ही तनाव से मुक्ति दिलाता है।
योग शरीर के जोड़ो एवं मांसपेशियों में लचीलापन लाता है। शारीरिक विकृतियों को काफी हद तक ठीक करता है और शरीर में रक्त प्रवाह को सुचारु करता है। पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। इन सबके अतिरिक्त यह शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्तियों को बढ़ाता है। कई प्रकार की बीमारियों जैसे अनिंद्रा, तनाव, थकान, उच्च रक्तचाप, चिंता इत्यादि को दूर करता है।
तथा शरीर को ऊर्जावान बनाता है। आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में स्वस्थ रह पाना किसी चुनौती से कम नहीं है। अतः हर आयु वर्ग के स्त्री-पुरुष के लिए उपयोगी है।
योग के सामान्य नियम
योगासन उचित विधि से करना अनिवार्य है, अन्यथा आपको लाभ की जगह हानि पहुंच सकती है। योगासन के पूर्व उसके औचित्य पर भी विचार कर लेना चाहिए। बुखार से ग्रस्त तथा गंभीर रोगियों को योगासन नहीं करना चाहिए। यदि आप योगासन के सामान्य नियमो के बारे में जानना चाहते है तो निम्न बिन्दुओ का अनुसरण करे –
- प्रातःकाल शौचादि से निवृत होकर ही योगासन का अभ्यास करना चाहिए।
- सायकाल खाली पेट पर ही योगासन करना चाहिए।
- योगासन के लिए शांत, स्वच्छ तथा खुले स्थानों का चयन करना चाहिए। बगीचे अथवा पार्क में योगासन करना अधिक उत्तम माना जाता है।
- आसन करते समय कम, हल्के तथा ढीले-ढाले वस्त्र पहनना चाहिए।
- योगासन करते समय मन को प्रसन्न, एकाग्र और स्थिर रखना चाहिए।
- अभ्यास के आरम्भ में सरल योगासन करने का अभ्यास करना चाहिए।
FAQs :- Yoga Book in Hindi PDF
Yoga Book in Hindi PDF Free Download कैसे करे?
योग में कुल कितने आसन होते हैं?
सूर्य नमस्कार के 12 आसन कौन कौन से हैं?
Conclusion :-
इस पोस्ट में Yoga Book in Hindi PDF निःशुल्क रूप से उपलब्ध करवाई गयी है। साथ ही मानव में जीवन में योग का महत्व, योग की परिभषा तथा योग की उपयोयोगिता के साथ उसके सही नियमो के बारे में जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद करते है कि Yoga Book PDF Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।
आशा करते है कि यह पोस्ट आपके लिए अवश्य ही उपयोगी साबित हुई होगी। यदि आपको Yoga book in hindi pdf free download in hindi करने में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को सोशल मीडिया के तहत अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
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