संकटमोचन हनुमान अष्टक | Sankat Mochan Hanuman Ashtak PDF

नमस्कार दोस्तों यदि आप Sankat Mochan Hanuman Ashtak PDF फ्री में डाउनलोड करना चाहते है, तो एकदम सही जगह पर आये है। आज की इस पोस्ट में हम आपको hanuman ashtak pdf को फ्री में उपलब्ध करवाने वाले है।

यदि आप बजरंबली के सच्चे भक्त है, तो आपको हनुमानजी की आराधना करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य ही करना चाहिए। हनुमान चालीसा के पाठ के समाप्ति के बाद यदि आप हनुमान अष्टक का जाप करते है, तो हनुमानजी आपको किसी न किसी रूप में अवश्य ही सहायता प्रदान करते है।

ऐसा माना जाता माना है कि किसी भी स्थान पर रामायण का पाठ होता है, या भगवान राम की पूजा होती है, उस स्थान पर हनुमानजी किसी न किसी रूप में अवश्य पहुंचते है और रामभक्ति का आनंद लेते है और भक्ति में मगन हो जाते है। हनुमानजी के सामने किसी भी प्रकार की मायावी शक्ति नहीं टिकती है। इसीलिए इन्हे संकट मोचन के नाम से जाना जाता है।

Sankat Mochan Hanuman Ashtak PDF Details

Pdf Title Hanuman Ashtak in Hindi
Language Hindi
Category धार्मिक और आध्यात्मिक
Total Pages 6
Pdf Size 817 KB
Download Link Available
NOTE - यदि आप Hanuman Ashtak Pdf In Hindi को फ्री में डाउनलोड करना है, तो ऊपर दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आसानी से फ्री में डाउनलोड कर सकते है। 

हनुमान अष्टक Pdf क्या है

इस Pdf के अंतर्गत आपको सम्पूर्ण हनुमान अष्टक को उपलब्ध करवाया गया है। यदि आप हनुमानजी के सच्चे भक्त है, तो आप उनकी उपासना करने के लिए आरती के साथ चालीसा का पाठ अवश्य ही करे।

यदि आप चालीसा के पाठ की समाप्ति के बाद हनुमान अष्टक का पाठ करना चाहते है, तो यह sankat mochan hanuman ashtak pdf आपके लिए काफी मददगार साबित होगी।

अब यदि हनुमान अष्टक के बारे में बात करे, तो इसमें आठ छंद के होने कारण इसे अष्टक बोला जाता है। जहां अष्टक का मतलब 8 से है। हनुमान अष्टक मत्तगयंद छंद का एक प्रकार है, जिसे इसी छंद की लय में गाया जाता है।

हनुमान अष्टक में हनुमानजी द्वारा अपने जीवन में किये गए बड़े-बड़े पराक्रमो में से कुछ मुख्य पराक्रमो को इसमें वर्णित किया गया है।

हनुमान अष्टक, हनुमानजी के महान भक्त तुलसीदास द्वारा रचित है, जिसके अंतर्गत हनुमानजी के पराक्रमो का वर्णन और महिमा का गुणगान शामिल है। यह एक प्रकार का हिंदी भक्तिमय भजन है।

सामन्यतः जो कोई भक्त सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसे हनुमान चालीसा के ततपश्चात हनुमान अष्टक के पाठ करने का प्रावधान है। जिससे हनुमानजी उसके कष्ट को अवश्य ही हरते है।

हनुमान अष्टक का पाठ अधिकांश हनुमानजी के मंदिरो में, हनुमान चालीसा के बाद हनुमान अष्टक का जाप किया जाता है। इस मन्त्र का जो भी व्यक्ति जाप करता है, तो उसके साथ-साथ उसके परिवार के सदस्यों को भी लाभ पहुँचता है।

यह मंत्र हमारे मन को शांति प्रदान करता है। यह मंत्र अदालती मामलो और मुकदमो में भी पॉजिटिव परिणाम लाने के रूप में भी कारगर साबित हुआ है।

हनुमानजी बचपन से ही बहुत शरारती थे। वे बालपन में अपनी शरारत के दौरान कुछ ऐसा करते, जिससे ऋषिमुनियों की तपस्या भंग हो जाती थी। इस दौरान जब उन्होंने मतंग ऋषि की तपस्या को भंग करने की कोशिश की तो, उन्होंने क्रोध में आकर हनुमानजी को श्राप दिया की तुम एक समय के लिए अपनी सारी शक्तिया भूल जाओगे, जब तक की किसी ज्ञानी व्यक्ति द्वारा तुम्हे तुम्हारी शक्तियों का स्मरण न कराया जाए।

इस प्रकार भगवान राम को जब हनुमानजी की आवश्यकता थी, तब जामवंत ने हनुमानजी की सभी शक्तियों का स्मरण करवाया। इसी प्रकार अधिकतर लोग हनुमान अष्टक का जाप करते है और हनुमानजी को उनकी शक्तियों का स्मरण करवाते और उनसे उनकी समस्याओ का अंत करने की प्रार्थना करते है।

हनुमान अष्टक से होने वाले लाभ | Sankat Mochan Hanuman Ashtak PDF

अब हम जानते है कि आखिर में हमे हनुमान अष्टक का जाप करने से किस प्रकार लाभ मिलता है। हनुमान अष्टक के जाप से निम्न लाभ होते है –

  1. तुलसीदस जी द्वारा कहा गया है की कोई भी व्यक्ति जो हनुमान अष्टक का जाप करता है, वह उसके जीवन में आने वाली बाधाओं और कष्टों से मुक्त रहता है।
  2. हनुमान अष्टक का मंगलवार के दिन नियमित रूप से पाठ करने पर आपको बीमारियों और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  3. इसके अतिरिक्त आप शनिवार के दिन हनुमान अष्टक का पाठ करके बड़ी से बड़ी गंभीर समस्या को दूर कर सकते है।
  4. यदि आप मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है, तब आप हनुमान अष्टक का जाप करके आप मानसिक आघात से मुक्ति पा सकते है।
  5. ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान ने अपने भक्तो को अष्ट सीधी और नव निधि प्रदान की है। हनुमान अष्टक का पाठ कर आप अपनी किसी भी इच्छा को प्राप्त कर सकते है।
  6. भगवान हनुमान साक्षात् एक ऐसी शक्ति है, जो मायावी शक्तियों का नाश करती है। अर्थात यदि आप हनुमान अष्टक का जाप करते है, तो आप भूतो और चतुर आत्माओ से सदैव मुक्त रहेंगे।
  7. बहुत लोगो की जन्मकुंडली पर शनि का प्रकोप होता है। हनुमान अष्टक का जाप करने से कुंडली पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कम किया जा सकता है।
  8. यदि आप रोजाना हनुमान अष्टक का जाप करते है, तो आपके घर में सुख, शांति, और हनुमानजी का आशीर्वाद सदैव बना रहता है।
  9. हनुमान अष्टक का जाप करने से शारीरिक बल और आपका किसी भी कार्य को करने के लिए मनोबल बढ़ता है।
  10. हनुमान अष्टक का पाठ करने वाले व्यक्ति के इर्द-गिर्द नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती है।
  11. बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।
  12. शत्रु-बाधा का निवारण।

हनुमान अष्टक की सही विधि

हनुमान अष्टक के पाठ के लिए आपको किसी विशेष विधि की आवश्यकता नहीं होती है। हनुमान अष्टक का पाठ आप किसी भी समय और कही पर भी कर सकते है।

लेकिन यदि आप किसी भी संकट विशेष से मुक्ति पाना चाहते है तो आप प्रातःकालीन उठकर किसी एकाग्र जगह पर ऊन का आसन लगाकर एकदम ध्यान मग्न होकर पाठ कर सकते है। साथ ही हनुमानजी की छवि अपने सामने रख कर पाठ करे।

यदि आप किसी बड़े संकट से छुटकारा पाना चाहते है तो आप हनुमान अष्टक के जाप को मंगलवार के दिन शरू करके 41 दिनों तक रोजाना दिन की शुरुआत में हनुमान अष्टक का दिन में एक बार पाठ करे। इसके अतिरिक्त यदि संकट बड़ा है, तो आप रोजाना दिन में 7 बार इसका जाप करे। इससे आपके संकट जरूर दूर होंगे।

हनुमान अष्टक का जाप क्यों किया जाता है

अधिकतर राम-भक्तो द्वारा रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है और उसके ततपश्चात हनुमान अष्टक का जाप किया जाता है।

हनुमान अष्टक का जाप कोई भी व्यक्ति इसलिए करता है कि इससे उसकी और उसके प्रियजनों की भलाई हो सके और सभी बाधाओं से बच सके। साथ ही सभी को अपने मन-पसंददीदा क्षेत्र में सफलता हासिल हो सके। इसके अतिरिक्त वे उनके स्वास्थ्य समन्धित बीमारियों से भी बच सके।

FAQs : Hanuman Ashtak Pdf in Hindi

हनुमान अष्टक पढ़ने से क्या लाभ होता है?

हनुमान अष्टक के जाप करने से आपको विशेष प्रकार के संकट से मुक्ति मिलती है। साथ ही आप यदि मानसिक या शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं होते है, तब हनुमान अष्टक के पाठ से आप रोग मुक्त और भगवान हनुमान की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है।

100 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?

यदि आप 100 बार हनुमान चालीसा का जाप करते है तो आप हर प्रकार के बंधन से मुक्त हो जाएंगे। चाहे वह बंधन किसी रोग से हो या किसी मोह-माया से।

हनुमान अष्टक का पाठ कैसे करें?

अपने घर के किसी एकाग्र शांत कोने में ऊन का आसान लगाकर हनुमान जी की छवि को अपने सामने रखकर आप हनुमान अष्टक का जाप कर सकते हैं।

Conclusion :-

इस पोस्ट में Sankat Mochan Hanuman Ashtak PDF को फ्री में उपलब्ध करवाया। साथ ही sankat mochan pdf को डाउनलोड करने के फायदे के बारे में जानकारी प्रदान की। उम्मीद करते है की अब तक आप बिना किसी समस्या के hanuman ashtak pdf download कर चुके होंगे।

दोस्तों हम आशा करते है की यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। इस Pdf को अपने दोस्तों के साथ अवश्य ही साझा करें। ताकि वे भी sankat mochan hanuman ashtak lyrics आसानी से डाउनलोड कर सके और इससे लाभान्वित हो सके।

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