आज की इस पोस्ट में हम आपको Shabar Mantra PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाने जा रहे है, जिसे आप पोस्ट में दिए गए Download Link की सहायता से आसानी से Download कर सकते है।
सम्पूर्ण तंत्र मन्त्र शास्त्रों के प्रणेता भगवान शंकर को ही माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शाबर मन्त्र का उद्भव भी शंकर भगवान के मुख से ही माना गया है। शाबर मन्त्र की भाषा मुख्यतः अंचलीय अथवा ग्रामीण भाषा में होती है।
प्रायः ऐसा माना जाता है शाबर मंत्रो का कोई विशेष अर्थ नहीं निकलता है, लेकिन इनका प्रभाव बहुत ही सटीक होता है। इसके अतिरिक्त शाबर मंत्रो को वैदिक मंत्रो की तरह लम्बे अनुष्ठान की आवश्यकता नहीं होती है, इन्हें किसी विशिष्ठ काल में बहुत ही कम संख्या में जाप करने से भी आपके कार्य सम्पन्न हो जाते है।
इस पोस्ट में हम आपको शाबर मन्त्र Pdf फॉर्मेट में उपलब्ध करवाने वाले है, साथ ही शाबर मन्त्र से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है। यदि आप शाबर मंत्रो के बारे में जानना चाहते है, तो इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े।
Shabar Mantra PDF Details
PDF Title | Shabar Mantra PDF |
---|---|
Language | Hindi |
Category | Religion |
Total Pages | 53 |
Pdf Size | 2 MB |
Download Link | Available |
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Shabar Mantra Sangrah Books
शाबर मंत्र क्या है | What is Shabar Mantra in Hindi
हिन्दू धर्म में अधिकतर किसी भी देवी-देवता की पूजा अर्चना करते समय विभिन्न मंत्रो का पाठ किया जाता है। इन्ही मंत्रो में से शाबर मन्त्र भी एक है, जिसके अंतर्गत कई प्रकार के मंत्रो का समहू सम्मिलित है। इनका प्रयोग भी हिन्दू धर्म में देवी-देवता की आरधना के रूप में किया जाता है।
शाबर मन्त्र की रचना गुरु गोरखनाथ और नवनाथ चौरासी सिद्धो के द्वारा की गयी थी। यदि आप शाबर मन्त्र का जाप करते है तो आपको ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति के साथ-साथ आपके सभी प्रकर के सांसारिक कार्य सिद्ध होते है।
शाबर मंत्र PDF Summary
शाबर मंत्रो की सरलता और सुगमता के साथ-साथ इनमे चमत्कारी गन भी विध्यमान है। इनमे विभिन्न प्रांतो के क्षेत्रीय भाषाओं में षट्कर्मो, जैसे शांतिकरण, वशीकरण, आकर्षण, उच्चाटन, विद्वेषण तथा मारण कर्मो के विधानों का उल्लेख आता है, जो साधको के लिए वरदान प्राप्त होता है।
ऐसा माना जाता है कि शाबर मंत्रो की साधना के दौरान गुरु का महत्वपूर्ण स्थान रहता है। इसके अतिरिक्त इसमें सम्बंधित साधक अथवा देवी देवताओ की सौगंध देकर कार्य पूर्ण कराने का भी विधान है।
कुछ साधक पुस्तकों अथवा अन्य श्रोतो से मन्त्र प्राप्त करके सीधे जप आरम्भ कर देते है, यह उचित नहीं है। कुछ मन्त्र इतने प्रभावशाली होते है, जो साधक के लिए जी का जंजाल बन जाते है।
अतः मेरा परामर्श है कि जब भी आप इन मंत्रो का जाप करें, उस दौरान अपने गुरु का परामर्श अवश्य ले तथा उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
यहाँ कुछ सिद्ध मन्त्र उपलब्ध करवाए जा रहे है, जो कि निम्नलिखित है –
माँ बगलामुखी मंत्र और पूजा विधि
भगवती बगलामुखी की उपासना कलयुग में सभी कष्टों एवं दुखो से मुक्ति प्रदान करने वाली है। संसार में कष्ट अथवा दुःख ऐसा नहीं है जो भगवती पीतांबरा की सेवा एवं उपसना से दूर नहीं हो सकें।
भगवती बगलामुखी की आराधना के लिए भक्त मंदार मंत्र का जाप किया जाता है, जो साधक की हर मनोकामना पूर्ण करता है। साथ ही इस मन्त्र के जाप से साधक को कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
आज के युग में धन के आभाव में व्यक्ति का कोई कार्य सम्पन्न नहीं होता है। धन का आभाव होने के कारण न ही उसका कोई मित्र होता है और न ही समाज में उसका कोई सम्मान होता है।
इस मन्त्र के प्रभाव से धीरे-धीरे साधक को अपने सभी कार्यो में सफलता मिलनी प्रारम्भ हो जाती है एवं धन का आगमन भी प्रारब्ध हो जाता है।
ऐसा भी माना जाता है कि बहुत से लोग धन तो बहुत कमाते है लेकिन उनके पास बचता कुछ भी नहीं है, बिना वजह उनके धन का नाश होता है।
ऐसे लोगो की कुंडली देखते है तो षष्ठ एवं द्वादश भाव शुभ ग्रहो द्वारा प्रभावित होते है। जिस कारण वे जितना भी धन कमाते है, उतना ही किसी न किसी रूप में व्यव हो जाता है।
भगवती पीताम्बर इस सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को चलाने वाली शक्ति है। नवग्रहों को भगवती के द्वारा ही विभिन्न कार्य सौपे गए है, जिनका वो पालन करते है। जब साधक भगवती की सच्चे मन से आरधना करता है, उस पर नवग्रहों की विशेष कृपा बनी रहती है।
शाबर मंत्र पूजा का क्रम
- आसन पूजा, आचमन एवं शुद्धिकरण
- गुरु पूजन
- गणेश पूजन
- भैरव पूजन
- भगवती पीताम्बर का ध्यान करें
- माँ का पूजन
- इसके बाद माँ के कवच का पाठ करें
- कवच के पाठ के बाद विनियोग, न्यासादी करें एवं उसके पश्चात अपने मन्त्र का जप सुनिश्चित संख्या में करें।
- मन्त्र जप के बाद यदि आपके पास समय बचता है तो भगवती के ह्रदय स्तोत्र, अष्टोतरशतनाम, सहस्रनाम आदि का पाठ करना चाहिए।
- अंत में भैरव मन्त्र का जाप करें।
- क्षमा याचना एवं जप समर्पण करें।
- अंत में माँ को प्रणाम करते हुए आसन के निचे जल डालकर अपने माथे से लगाए एवं बाएं पैर को पहले पृथ्वी पर रखते हुए बाद में दाये पैर को पृथ्वी पर रखे।
- साधना समाप्त होने के बाद आधे घंटे का मौन धारण करें, जिससे आपका तप क्षीण नहीं होता है।
पीताम्बर साधना की सरल विधि
जिन साधको को संस्कृत का कम बोध है, वह निचे दी गयी आसान विधी का प्रयोग कर सकते है –
- आसन पर बैठकर अपने गुरुदेव का ध्यान करें।
- इसके बाद गणेश जी का ध्यान करे।
- इसके बाद भैरव जी से भगवती की पूजा की आज्ञा लेकर भगवती का ध्यान करे।
- फिर मन्त्र का विनियोग कर न्यास करे एवं मन्त्र का जाप करे।
- मन्त्र जाप के बाद दशांश मृत्यंजय भैरव मन्त्र ” हौ जूं सः ” का जप अवश्य करे।
- अंत में अपनी सम्पूर्ण पूजा भगवती को समर्पित कर आसन से उठ जाए।
FAQs : Shabar Mantra PDF
साबर मंत्र कौन से हैं?
शाबर मंत्र का क्या मतलब होता है?
Shabar Mantra PDF कैसे Download करें?
शिव जी का शाबर मंत्र क्या है?
Conclusion :-
इस पोस्ट में Shabar Mantra PDF मुफ्त में उपलब्ध करवाय गया है। साथ ही शाबर मन्त्र क्या है और शबर मन्त्र से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद करते है कि Sidh Shabar Mantra Pdf Download करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।
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